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भारत मलेशिया के बीच रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए डॉ. राजकुमार रंजन सिंह मलेशिया की यात्रा पर

भारत मलेशिया के बीच रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए डॉ. राजकुमार रंजन सिंह मलेशिया की यात्रा पर
  • PublishedNovember 30, 2023

विदेश एवं शिक्षा राज्य मंत्री के अपने समकक्षों सहित मलेशियाई सरकार के कई मंत्रियों से मिलने की उम्मीद है। आरआरएस राज्य मंत्री 1 दिसंबर 2023 को पहले GOPIO (भारतीय मूल के लोगों के लिए वैश्विक संगठन) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार शिखर सम्मेलन और एक्सपो के उद्घाटन में भी शामिल होंगे, जिसके बाद 2 दिसंबर को GOPIO अंतर्राष्ट्रीय व्यापार उत्कृष्टता पुरस्कार समारोह होगा। राजकुमार रेजन भारतीय उच्वायोग, कुआलालंपुर में भारतीय श्रमिक संसाधन केंद्र का उ‌द्घाटन करेंगे।

विदेश एवं शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह 30 नवंबर से 02 दिसंबर तक मलेशिया की आधिकारिक यात्रा पर हैं । इस यात्रा का उद्देश्य भारत मलेशिया की उन्नत रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाना है। राजकुमार रंजन भारतीय उच्वायोग, कुआलालंपुर में भारतीय श्रमिक संसाधन केंद्र का उ‌द्घाटन करेंगे।

मलेशियाई सरकार के कई मंत्रियों से मिलेंगे
विदेश मंत्रालय ने बताया कि आरआरएस राज्य मंत्री के अपने समकक्षों सहित मलेशियाई सरकार के कई मंत्रियों से मिलने की उम्मीद है। आरआरएस राज्य मंत्री 1 दिसंबर 2023 को पहले GOPIO (भारतीय मूल के लोगों के लिए वैश्विक संगठन) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार शिखर सम्मेलन और एक्सपो के उद्घाटन में भी शामिल होंगे, जिसके बाद 2 दिसंबर को GOPIO अंतर्राष्ट्रीय व्यापार उत्कृष्टता पुरस्कार समारोह होगा।

भारतीय श्रमिक संसाधन केंद्र का करेंगे उ‌द्घाटन
राजकुमार रेजन भारतीय उच्वायोग, कुआलालंपुर में भारतीय श्रमिक संसाधन केंद्र का उ‌द्घाटन करेंगे। वह मलेशिया में भारतीय श्रमिकों सहित भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ भी बातचीत करेंगे। वे कुआलालंपुर के ललित कला मंदिर में भक्ति-संगीतमय सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी भाग लेंगे।

दोनों देशों के बीच घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध
भारत ने 1957 में पहली बार फेडरेशन ऑफ मलाया (तत्कालीन मलेशिया राज्य) के साथ आधिकारिक राजनयिक संबंध स्थापित किए। भारत और मलेशिया के बीच घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं और नियमित शिखर स्तर की बैठकें होती हैं। दरअसल भारत और मलेशिया विभिन्न सांस्कृतिक और ऐतिहासिक तौर से भी एक-दूसरे से प्राचीन काल से जुड़े हुए हैं। दोनो देशों में सम्बंध मैत्रिपूर्ण होने का एक कारण यह भी है कि मलेशिया में भारतीय प्रवासियों की एक काफ़ी बड़ी संख्या है।