समुद्री सहयोग के लिए जापान में तीसरे वैश्विक तटरक्षक शिखर सम्मेलन की शुरुआत
इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य समुद्री कानून, समुद्र में जीवन की सुरक्षा, समुद्री पर्यावरण संरक्षण, अवैध मादक पदार्थों की तस्करी, हथियारों और सीमाओं के पार होने वाले समुद्री अपराधों से निपटने के लिए दुनिया भर में तट रक्षकों के बीच सहयोग को बढ़ाना है।
भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक राकेश पाल ने अंतर्राष्ट्रीय समुद्री व्यवस्था व सहयोग पर जापान के टोक्यो में आयोजित तीसरे वैश्विक तटरक्षक शिखर सम्मेलन में बीते मंगलवार को भाग लिया। 30 अक्टूबर से 2 नवम्बर तक चलने वाले इस शिखर सम्मेलन के पहले ही दिन आईसीजी के महानिदेशक ने जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ भी बातचीत की।
समुद्री सहयोग को बढ़ावा
इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य समुद्री कानून, समुद्र में जीवन की सुरक्षा, समुद्री पर्यावरण संरक्षण, अवैध मादक पदार्थों की तस्करी, हथियारों और सीमाओं के पार होने वाले समुद्री अपराधों से निपटने के लिए दुनिया भर में तट रक्षकों के बीच सहयोग को बढ़ाना है।
हाल के वर्षों में वैश्विक रूप से समुद्री चुनौतियों के समाधान की साझी जरूरत को महसूस किया गया। जापानी तटरक्षकों ने पहल करते हुए दुनिया के सभी तटरक्षक एजेंसियों और मंचों के बीच सहयोग और तालमेल का आधार बनाने के लिए ‘अंतरक्षेत्रीय सहयोग’ का प्रस्ताव रखा।
जापान-भारत समुद्री अभ्यास
साल की शुरुआत में ही भारतीय नौसेना द्वारा आयोजित जापान-भारत समुद्री अभ्यास 2023 (JIMEX 23) का 7वां संस्करण 11 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में संपन्न हुआ।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार JIMEX 23 में दोनों नौसेनाओं द्वारा संयुक्त रूप से समुद्री युद्ध के क्षेत्र जल, थल और वायु तीनों स्तरों पर कड़े अभ्यास हुए,जिसमें जहाजों के अलावा लड़ाकू विमान, समुद्री गश्ती विमान और एक पनडुब्बी की भी भागीदारी देखी गई।
हाल में सम्पन्न जी 20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने समकक्ष जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से मुलाकात कर,दोनों देशों के मध्य कनेक्टिविटी और व्यापार में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की थी।