स्क्रैप से केन्द्र सरकार ने 776 करोड़ रुपये का राजस्व किया अर्जित, ‘रीसाइक्लिंग ऑन व्हील्स’ अनोखी बस की शुरुआत
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड और सीएसआईआर ने हाल ही में ‘रीसाइक्लिंग ऑन व्हील्स’ बस लॉन्च की है, जो अपनी गतिशीलता के कारण विभिन्न स्थानों पर उत्पन्न कचरे को धन में परिवर्तित कर सकती है।
वेस्ट टू वेल्थ नीति के साथ आगे बढ़ रही केंद्र सरकार ने हाल ही में स्क्रैप धातु के निपटारे से कुल 776 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है। इस बारे में केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार ने पिछले तीन वर्षों में देश भर के सभी सरकारी कार्यालयों द्वारा चलाए गए तीन विशेष अभियानों में स्क्रैप धातु के निपटान से कुल 776 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है। इस राजस्व का एक बड़ा हिस्सा, 176 करोड़ रुपये, विशेष अभियान 3.0 के पिछले 20 दिनों में अर्जित किया गया है। इसके साथ विशेष अभियान 3.0 के तीन सप्ताह में लगभग 86 लाख वर्ग फुट कार्यालय का स्थान उपलब्ध हो सका है।
‘रीसाइक्लिंग ऑन व्हील्स’ बस
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड और सीएसआईआर ने हाल ही में ‘रीसाइक्लिंग ऑन व्हील्स’ बस लॉन्च की है, जो अपनी गतिशीलता के कारण विभिन्न स्थानों पर उत्पन्न कचरे को धन में परिवर्तित कर सकती है। उन्होंने बताया कि देहरादून स्थित भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (सीएसआईआर-आईआईपी) ने संयुक्त रूप से एक पुन: उपयोग किए गए खाना पकाने के तेल (आरयूसीओ) वैन विकसित की है जो इस्तेमाल किए गए खाना पकाने के तेल को इकट्ठा करती है और इसे जैव ईंधन में परिवर्तित करती है।
अपशिष्ट से धन सृजन पर केंद्रित
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा, स्वच्छता अभियान एक जन आंदोलन बन गया है क्योंकि उन्होंने 15 अगस्त 2014 को लाल किले की प्राचीर से अपने पहले स्वतंत्रता दिवस संबोधन के दौरान इस विचार की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा, “स्वच्छता अभियान के पहले वर्ष में 4 लाख से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया, जिससे महिलाओं को ‘सुविधा, स्वास्थ्य और सम्मान’ के साथ सशक्त बनाया गया। दूसरे वर्ष, विशेष अभियान ने लाखों बेकार फाइलों के निपटान पर ध्यान केंद्रित किया, जिससे कार्य-उत्पादकता बढ़ाने के लिए कार्यालय का कीमती स्थान खाली हुआ, और ई-स्क्रैप की सफाई हुई तथा विशेष अभियान 3.0 अब अपशिष्ट से धन सृजन पर केंद्रित है।”
समर्पित पोर्टल पर निगरानी
विशेष अभियान 3.0 के तीसरे सप्ताह की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने नोडल एजेंसी होने के नाते प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) की सराहना की। विशेष अभियान 3.0 की प्रगति की प्रतिदिन एक समर्पित पोर्टल पर निगरानी की जाती है। अभियान की प्रगति की समीक्षा के लिए डीएआरपीजी सचिव की अध्यक्षता में नोडल अधिकारियों के साथ नियमित समीक्षा बैठकें आयोजित की जाती हैं। विशेष अभियान 3.0 नवंबर के पहले सप्ताह में मूल्यांकन चरण की शुरुआत के साथ 31 अक्टूबर, 2023 को समाप्त होगा।