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केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने स्काईरूट विक्रम-1 रॉकेट का किया अनावरण

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने स्काईरूट विक्रम-1 रॉकेट का किया अनावरण
  • PublishedOctober 25, 2023

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि स्काईरूट न केवल भारत की उत्कृष्ट प्रतिभा और वैज्ञानिक कौशल का बेहतरीन उदाहरण है, बल्कि यह हम सभी के लिए यह संदेश भी है कि पीएम मोदी के आने से पहले कई सालों से टैलेंट का उपयोग ही नहीं किया गया। भारत का स्पेस सेक्टर जो कई दशकों से निजी भागीदारी के लिए बंद था उसे पीएम मोदी ने निजी क्षेत्र के लिए खोल दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अंतरिक्ष क्षेत्र को “मुक्त” करने से स्टार्टअप में तेजी आई है। इसके परिणामस्वरूप, करीब चार वर्षों में स्पेस स्टार्टअप्स की संख्या मात्र एक अंक से बढ़कर 150 से अधिक हो गई है, जिसमें “स्काईरूट” जैसे स्टार्टअप प्रमुख उद्यमियों के रूप में परिवर्तित हो चुके हैं। यह बात केंद्रीय अंतरिक्ष मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने मंगलवार, 24 अक्टूबर को हैदराबाद में साठ हजार वर्ग फीट में फैली स्काईरूट की सबसे बड़ी रॉकेट फैक्ट्री का दौरा करने के बाद कही। यह निजी क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा रॉकेट डेवलपमेंट सेंटर है। इस दौरान डॉ. जितेंद्र सिंह ने स्काईरूट के विक्रम-1 कक्षीय रॉकेट का भी उद्घाटन किया।

स्काईरूट एयरोस्पेस पहला अंतरिक्ष स्टार्टअप

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि स्काईरूट न केवल भारत की उत्कृष्ट प्रतिभा और वैज्ञानिक कौशल का बेहतरीन उदाहरण है, बल्कि यह हम सभी के लिए यह संदेश भी है कि पीएम मोदी के आने से पहले कई सालों से टैलेंट का उपयोग ही नहीं किया गया। भारत का स्पेस सेक्टर जो कई दशकों से निजी भागीदारी के लिए बंद था उसे पीएम मोदी ने निजी क्षेत्र के लिए खोल दिया है।

देश का सबसे बड़ा रॉकेट डेवलपमेंट सेंटर

बता दें कि “स्काईरूट एयरोस्पेस” पहला अंतरिक्ष स्टार्टअप है, जिसने तीन साल पहले अंतरिक्ष क्षेत्र को निजी उद्यमियों के लिए खोल दिए जाने के बाद पिछले साल श्रीहरिकोटा में इसरो स्टेशन से एक निजी रॉकेट लॉन्च किया था। आईआईटी से उत्तीर्ण दो प्रमुख विशेषज्ञों पवन और भरत के नेतृत्व में अत्याधुनिक तकनीक के साथ भारत की सबसे बड़ी रॉकेट विकास सुविधा स्थापित की गई है। यह मांग पर आधारित लागत के अनुरूप रॉकेट विकसित करने की क्षमता रखता है।

पीएम मोदी का “इंडिया@2047” का विजन

केंद्रीय अंतरिक्ष मंत्री ने अमृत काल और प्रधानमंत्री मोदी के “इंडिया@2047” के विजन के बारे में बताते हुए कहा कि पीएम मोदी के कुशल नेतृत्व के कारण पिछले 9 वर्षों में देश ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के हर क्षेत्र में तेजी से उन्नति की है। केंद्रीय मंत्री डॉ. सिंह ने आगे कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में अंतरिक्ष क्षेत्र के साथ कुछ ऐसे क्षेत्रों से आने वाले है जिनकी संभावनाएं अभी नहीं खोजी गई हैं। अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था देश की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण योगदान देने जा रही है और जब स्वतंत्र भारत अपना 100वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा तो वह दुनिया का अग्रणी राष्ट्र होगा।

स्काईरूट के विक्रम-1 कक्षीय रॉकेट का किया उद्घाटन

स्पेस सेक्टर के स्टार्टअप स्काईरूट एयरोस्पेस ने स्वदेश में बने अपने विक्रम-1 रॉकेट को दुनिया को दिखाया है। अगले साल की शुरुआत में यह ‘भीम’ रॉकेट उपग्रहों को पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित करने की तैयारी कर रहा है। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने स्काईरूट के विक्रम-1 कक्षीय रॉकेट का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि विक्रम-1 भारत के लिए महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि देश ने 2020 में एक ऐतिहासिक सुधार के अंतर्गत अंतरिक्ष क्षेत्र को निजी उद्यमियों के लिए खोल दिया था। भारत के युवा जो अंतरिक्ष, बायोटेक, कृषि और ऊर्जा सहित नए और उभरते क्षेत्रों में अपने स्टार्टअप उद्यम स्थापित करने के इच्छुक हैं स्काईरूट की सफलता उनको प्रेरित करेंगी।