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सहकारी निर्यात पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आज, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे संबोधित

सहकारी निर्यात पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आज, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे संबोधित
  • PublishedOctober 23, 2023

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह आज (सोमवार) राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड (एनसीईएल) द्वारा नई दिल्ली में आयोजित ‘सहकारी निर्यात पर राष्ट्रीय संगोष्ठी’ को संबोधित करेंगे। गृहमंत्री एनसीईएल के लोगो वेबसाइट और विवरणिका का लोकार्पण और एनसीईएल सदस्यों को सदस्यता प्रमाण पत्र भी वितरित करेंगे।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह आज (सोमवार) राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड (एनसीईएल) द्वारा नई दिल्ली में आयोजित ‘सहकारी निर्यात पर राष्ट्रीय संगोष्ठी’ को संबोधित करेंगे। गृहमंत्री एनसीईएल के लोगो वेबसाइट और विवरणिका का लोकार्पण और एनसीईएल सदस्यों को सदस्यता प्रमाण पत्र भी वितरित करेंगे। एक दिवसीय संगोष्ठी में निर्यात बाजारों से जुड़ने के लिए सहकारी समितियों का मार्गदर्शन, भारतीय कृषि-निर्यात क्षमता और सहकारी समितियों के लिए अवसर सहित अनेक विषयों पर मंथन किया जाएगा। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में 1000 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे है।

कैसे अस्तित्व में आया एनसीईएल ?

अमित शाह के सहकारी क्षेत्र में निर्यात के लिए अंब्रेला संगठन के रूप में कार्य करने के लिए एक राष्ट्रीय स्तर की बहु-राज्य सहकारी समिति की स्थापना की आवश्यकता पर जोर देने के पश्चात एनसीईएल अस्तित्व में आया। सहकारी क्षेत्र के निर्यात के लिए एक अंब्रेला संगठन के रूप में नवगठित राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड (एनसीईएल) का 25 जनवरी, 2023 को बहु-राज्य सहकारी समिति अधिनियम, 2002 के अंतर्गत पंजीकरण किया गया है। अपने राजस्व को लगभग 2,160 करोड़ रुपये के मौजूदा स्तर से 2025 तक दोगुना करने के लक्ष्य के साथ एनसीईएल बड़ी संख्या में सहकारी समितियों का नामांकन करके कृषि और संबद्ध गतिविधियों के साथ-साथ हथकरघा और हस्तशिल्प वस्तुओं को भी सम्मिलित करता है।

कई विषयों पर होंगे तकनीकी सत्र

यह एक दिवसीय संगोष्ठी सहकारी क्षेत्र को मजबूत करने के लिए की गई विभिन्न पहलों पर सहकारिता मंत्रालय के अधिकारियों के एक प्रेजेंटेशन के साथ शुरू होगी। संगोष्ठी के दूसरे भाग में कई विषयों पर तकनीकी सत्र शामिल होंगे, जिनमें निर्यात बाजारों से जोड़ने के लिए सहकारी समितियों को चैनलाइज करना, भारतीय कृषि निर्यात की क्षमता तथा सहकारी समितियों के लिए अवसर, भारत को दुनिया की डेयरी हब बनाना तथा सहकारी क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना शामिल है।

बड़ी संख्या में ऑनलाइन माध्यम से जुड़ेंगे हितधारक

इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में 1000 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं, जिनमें एनसीईएल के सहकारी सदस्य, राष्ट्रीय सहकारी संघों सहित विभिन्न सहकारी क्षेत्रों के प्रतिनिधि, विभिन्न देश के दूतावासों के प्रतिनिधि और केंद्र व राज्य सरकारों के अधिकारी शामिल हैं। संगोष्ठी में सहकारिता से जुड़े हितधारक भी बड़ी संख्या में ऑनलाइन माध्यम से जुड़ेंगे।