वैश्विक स्वास्थ्य कार्रवाई के लिए निर्णायक वर्ष’ थीम के साथ विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन की हुई शुरुआत
डॉ. भारती प्रविण पवार ने गैर-संचारी रोगों को कम करने में भारत के प्रयासों के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा भारत ने 75/25 पहल शुरू की है, जिसका उद्देश्य वर्ष 2025 तक उच्च रक्तचाप और मधुमेह से पीड़ित 75 मिलियन व्यक्तियों की जाँच करके मानक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करना है।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रविण पवार ने रविवार को नई दिल्ली में विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन में उच्च स्तरीय पैनल चर्चा को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। इस अवसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रतिनिधि डॉ. रोडेरिको एच ऑफ्रिन भी मौजूद रहे । इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन की थीम ‘वैश्विक स्वास्थ्य कार्रवाई के लिए एक निर्णायक वर्ष’ रखा गया है।
डॉ. भारती प्रविण पवार ने गैर-संचारी रोगों को कम करने में भारत के प्रयासों के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा भारत ने 75/25 पहल शुरू की है, जिसका उद्देश्य वर्ष 2025 तक उच्च रक्तचाप और मधुमेह से पीड़ित 75 मिलियन व्यक्तियों की जाँच करके मानक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि भारत में लोगों की जीवन प्रत्याशा, मातृ मृत्यु दर और गैर संचारी रोगों जैसे सामाजिक संकेतकों में सुधार के लिए प्रयास किये जा रहें हैं । वर्ष 2023-2024 के लिए केंद्रीय बजट में पहली बार संकेतक के रूप में उच्च रक्तचाप और मधुमेह उपचार को शामिल करना एक उल्लेखनीय कदम है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गैर-संचारी रोग एक महत्वपूर्ण वैश्विक स्वास्थ्य चुनौती बन गई है। जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा आयुष्मान भारत पहल सतत् विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को पूरा करने और सभी के लिए स्वास्थ्य सेवाप्रदान करने के लिए नीतिगत इरादे को बजटीय प्रतिबद्धता में बदल रही है, जो ‘किसी को भी पीछे न छोड़ने’ की प्रतिबद्धता को जाहिर करता है।
डॉ. पवार ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आयुष्मान भारत- स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों (एबी-एचडब्ल्यूसी) में व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के अंतर्गत जनसंख्या-आधारित स्क्रीनिंग (पीबीएस) लागू किया है। 30 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों को सामान्य एनसीडी (उच्च रक्तचाप, मधुमेह, ओरल कैंसर, स्तन कैंसर और गर्भाशय ग्रीवा कैंसर) के खतरे का मूल्यांकन के जाँच किया जाता है। प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से सेवाएं प्रदान की जाती है। स्वास्थ्य देखभाल वितरण प्रणालियों के सभी स्तरों के माध्यम देखभाल सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा ई-संजीवनी के माध्यम से पहुँच, लागत और दूरी व अन्य बाधाओं को दूर करते हुए सूचना प्रौद्योगिकी का लाभ उठाकर नागरिकों को गैर संचारी रोगों (एनसीडी) के लिए टेलीपरामर्श सेवाएं प्रदान की जा रहीं हैं।
विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन के बारे में
यह एक अग्रणी वैश्विक स्वास्थ्य सम्मेलन और नेटवर्क है,जो दुनिया भर से राजनीतिक, विज्ञानियों, निजी क्षेत्र और नागरिक समाज को एक साथ लाता है। ताकि बेहतर स्वास्थ्य और कल्याण के लिए नवीन समाधानों के जरिये स्वस्थ भविष्य के एजेंडे को तय किया जा सके। यह आयोजन “वैश्विक स्वास्थ्य कार्रवाई के लिए एक निर्णायक वर्ष” थीम के तहत बर्लिन, जर्मनी में 15-17 अक्टूबर तक ऑनलाइन माध्यम से आोजित किया जा रहा है ।
विश्व स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन 2023 का मुख्य विषय
भविष्य में महामारी की रोकथाम के लिए COVID-19 से सीख, सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज, वैश्विक स्वास्थ्य समानता, वैश्विक स्वास्थ्य के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकियों की शक्ति का उपयोग विश्व स्वास्थ्य संगठन की 75वीं वर्षगांठ और तपेदिक के खिलाफ लड़ाई में तेजी लाने के लिए नवाचार जैसे अहम विषयों को शामिल किया गया है ।