रक्षा मंत्री ने फ्रांस से अंतरिक्ष, साइबर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सहयोग पर की चर्चा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो देशों की यूरोप यात्रा के आखिरी दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पेरिस में अपने फ्रांसीसी समकक्ष के साथ 5वीं वार्षिक रक्षा वार्ता की। इस वार्ता में रक्षा औद्योगिक सहयोग बढ़ाने पर ध्यान देने के साथ ही अंतरिक्ष, साइबर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे विशिष्ट डोमेन में संभावित सहयोग पर चर्चा की गई। बैठक से पहले फ्रांसीसी रक्षा मंत्रालय में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग पर चर्चा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दो यूरोपीय देशों के अपने दौरे के समापन से पहले 11 अक्टूबर की देर रात पेरिस में फ्रांसीसी सशस्त्र बलों के मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नू के साथ 5वीं वार्षिक रक्षा वार्ता की। दोनों मंत्रियों ने रक्षा औद्योगिक सहयोग बढ़ाने पर ध्यान देने के साथ क्षेत्रीय स्थिति के आकलन से लेकर दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग पर चर्चा की। मंत्रियों ने चल रही रक्षा परियोजनाओं की समीक्षा करने के साथ दोनों देशों के रक्षा उद्योगों के बीच सहयोग को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने अंतरिक्ष, साइबर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे विशिष्ट डोमेन में संभावित सहयोग पर भी चर्चा की।
एयरो-इंजन प्रौद्योगिकी में नवीनतम विकास को देखा
इससे पहले दिन में रक्षा मंत्री ने पेरिस के पास गेनेविलियर्स में सफरान इंजन डिवीजन के अनुसंधान एवं विकास केंद्र का दौरा किया और एयरो-इंजन प्रौद्योगिकी में नवीनतम विकास को देखा। उन्होंने भारत के साथ सहयोग की योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए शीर्ष फ्रांसीसी रक्षा कंपनियों के सीईओ से भी मुलाकात की। उन्होंने भारत में सह-विकास और सह-उत्पादन के फायदों पर प्रकाश डाला, जिसमें तीसरे देशों को निर्यात की संभावनाएं भी शामिल हैं। उन्होंने भारतीय समुदाय के साथ भी बातचीत की।
बता दें कि रक्षा मंत्री ने अपने दो देशों के दौरे के पहले चरण में रोम में इटली के रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेटो के साथ बातचीत की। सुरक्षा और रक्षा नीति, अनुसंधान एवं विकास, सैन्य क्षेत्र में शिक्षा, समुद्री डोमेन जागरुकता, रक्षा जानकारी साझा करना और औद्योगिक सहयोग जैसे विभिन्न रक्षा डोमेन में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए वार्ता के बाद रक्षा के क्षेत्र में सहयोग पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने रोम में इतालवी रक्षा कंपनियों के सीईओ और अन्य शीर्ष उद्योग नेताओं से भी मुलाकात की।