पीएम मोदी 12 अक्टूबर को उत्तराखंड दौरे पर, 4200 करोड़ की कई विकास योजनाओं की देंगे सौगात
पीएम मोदी गुरुवार 12 अक्टूबर को उत्तराखंड के दौरे पर रहेंगे। जहां वह लगभग 4200 करोड़ रुपये की कई विकास योजनाओं की सौगात देंगे। इस दौरान पीएम जागेश्वर धाम और पार्वती कुंड में पूजा और दर्शन के अलावा गुंजी गांव जाएंगे। जहां सेना, आईटीबीपी और बीआरओ कर्मियों के साथ स्थानीय लोगों से बातचीत करेंगे।
पीएम मोदी के कार्यक्रम के अनुसार 12 अक्टूबर को सुबह करीब साढ़े आठ बजे पिथौरागढ़ जिले के जोलिंगकोंग पहुंचेंगे। जहां वह पार्वती कुंड में पूजा और दर्शन करेंगे। प्रधानमंत्री इस स्थान पर पवित्र आदि-कैलाश से आशीर्वाद भी लेंगे। यह क्षेत्र अपने आध्यात्मिक महत्व और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है।
सेना, आईटीबीपी के जवानों के साथ भी करेंगे बातचीत
सुबह करीब साढ़े नौ बजे पीएम पिथौरागढ़ जिले के गुंजी गांव पहुंचेंगे, जहां वह स्थानीय लोगों से बातचीत करेंगे और स्थानीय कला और उत्पादों पर प्रकाश डालने वाली एक प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे। इस दौरान वह सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों के साथ भी बातचीत करेंगे।
4200 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं की देंगे सौगात
प्रधानमंत्री दोपहर करीब 12 बजे अल्मोड़ा जिले के जागेश्वर धाम पहुंचेंगे। जहां वो पूजा और दर्शन करेंगे। लगभग 6200 फीट की ऊंचाई पर स्थित जागेश्वर धाम में लगभग 224 पत्थर के मंदिर शामिल हैं। इसके बाद पीएम दोपहर करीब 2:30 बजे पिथौरागढ़ पहुंचेंगे। जहां एक सभा करेंगे। इस दौरान वह ग्रामीण विकास, सड़क, बिजली, सिंचाई, पेयजल जैसे क्षेत्रों में लगभग 4200 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और जल, बागवानी, शिक्षा, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन, अन्य का शिलान्यास कर राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
इन योजनाओं का करेंगे उद्घाटन
प्रधानमंत्री जिन परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, उनमें पीएमजीएसवाई के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में निर्मित 76 ग्रामीण सड़कें और 25 पुल शामिल हैं। 9 जिलों में बीडीओ कार्यालयों के 15 भवन, केंद्रीय सड़क निधि के तहत निर्मित तीन सड़कों अर्थात् कौसानी बागेश्वर रोड, धारी-दौबा-गिरिछीना रोड और नगला-किच्छा रोड का उन्नयन, राष्ट्रीय राजमार्गों अर्थात् अल्मोडा पेटशाल-पनुवानौला-दन्या (एनएच 309बी) और टनकपुर-चल्थी (एनएच 125) पर दो सड़कों का उन्नयन; पेयजल से संबंधित तीन परियोजनाएं अर्थात 38 पम्पिंग पेयजल योजनाएं, 419 गुरुत्वाकर्षण आधारित जल आपूर्ति योजनाएं और तीन ट्यूबवेल आधारित जल आपूर्ति योजनाएं हैं। पिथोरागढ़ में थरकोट कृत्रिम झील, 132 केवी पिथौरागढ-लोहाघाट (चंपावत) पावर ट्रांसमिशन लाइन, उत्तराखंड में 39 पुल और देहरादून में उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) की इमारत विश्व बैंक की ओर से वित्त पोषित उत्तराखंड आपदा रिकवरी परियोजना के तहत बनाई गई है।
इन परियोजनाओं का होगा शिलान्यास
जिन परियोजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा, उनमें 21,398 पॉली-हाउस के निर्माण की योजना शामिल है, जिससे फूलों और सब्जियों का उत्पादन बढ़ाने और उनकी गुणवत्ता में सुधार करने में मदद मिलेगी। उच्च घनत्व सघन सेब के बगीचों की खेती के लिए एक योजना, एनएच सड़क उन्नयन के लिए पांच परियोजनाएं, राज्य में आपदा तैयारियों और लचीलेपन के लिए कई कदम जैसे पुलों का निर्माण, देहरादून में राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र का उन्नयन, बलियानाला, नैनीताल में भूस्खलन की रोकथाम के लिए कदम और आग, स्वास्थ्य और वन से संबंधित अन्य बुनियादी ढांचे में सुधार, राज्य भर के 20 मॉडल डिग्री कॉलेजों में छात्रावास और कंप्यूटर लैब का विकास; सोमेश्वर, अल्मोड़ा में 100 बिस्तरों वाला उप जिला अस्पताल; चंपावत में 50 बिस्तरों वाला अस्पताल ब्लॉक; हल्दवानी स्टेडियम, नैनीताल में एस्ट्रोटर्फ हॉकी ग्राउंड; रुद्रपुर में वेलोड्रोम स्टेडियम; जागेश्वर धाम (अल्मोड़ा), हाट कालिका (पिथौरागढ़) और नैना देवी (नैनीताल) मंदिरों सहित मंदिरों में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए मानसखंड मंदिर माला