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एशियाई खेल : तीरंदाजी स्पर्धा में ज्योति-ओजस ने भारत को दिलाया ऐतिहासिक स्वर्ण, टूट गया ये रिकॉर्ड

एशियाई खेल : तीरंदाजी स्पर्धा में ज्योति-ओजस ने भारत को दिलाया ऐतिहासिक स्वर्ण, टूट गया ये रिकॉर्ड
  • PublishedOctober 4, 2023

भारत ने बुधवार को एशियाई खेलों में अपना सबसे बड़ा पदक हासिल किया। चीन के हांगझू में कंपाउंड मिश्रित टीम तीरंदाजी स्पर्धा के दौरान ज्योति सुरेखा वेन्नम और ओजस प्रवीण देवतले ने स्वर्ण पदक पर निशाना साधा। इसी के साथ यह एशियाई खेलों में भारत का 71वां पदक है, जो किसी एक संस्करण में भारतीय दल का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले जकार्ता और पालेमबांग में 2018 एशियाई खेलों में भारत ने 70 पदक जीते थे।

पीएम मोदी ने दी बधाई

पीएम मोदी ने इस उपलब्धि पर भारतीय तीरंदाजी टीम को बधाई देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ”एक्स’ पर पोस्ट किया। पोस्ट में उन्होंने कहा, ”एशियाई खेलों में तीरंदाजी में पहला स्वर्ण पदक!
ज्योति सुरेखा वेन्नम और ओजस को मिक्स्ड टीम कंपाउंड इवेंट में बेहतरीन पोडियम फिनिश दिलाने के लिए बधाई। उनके असाधारण कौशल, सटीकता और टीम वर्क ने अच्छे परिणाम सुनिश्चित किए हैं।

भारत के लिए ऐतिहासिक यह पदक

ओजस और ज्योति ने कंपाउंड मिश्रित टीम स्पर्धा में दक्षिण कोरिया को 159-158 से हराया और स्वर्ण पदक अपने नाम करते हुए भारत के लिए ऐतिहासिक 71वां पदक हासिल किया।

ज्योति और ओजस ने देश का नाम किया रोशन

इससे पहले भारतीय तीरंदाज ज्योति-प्रवीण ने कजाकिस्तान के एडेल ज़ेक्सेनबिनोवा और एंड्रे ट्युटुन्टो को 159-155 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था, उन्होंने इससे पहले मलेशियाई टीम को 158 -155 के स्कोर से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।

भारत की झोली में अब तक 16 स्वर्ण पदक

वहीं, बुधवार सुबह 35 किमी रेस वॉक मिश्रित टीम स्पर्धा में राम बाबू और मंजू रानी के कांस्य पदक ने भारत को 70 पदकों के रिकॉर्ड तक पहुंचाया और फिर तीरंदाजी पदक ने इतिहास रच दिया। कंपाउंड तीरंदाजी के साथ, भारत ने एक ही संस्करण में अपने सर्वाधिक 16 स्वर्ण पदकों की बराबरी भी कर ली है।