टीम इंडिया के लकी चार्म! सचिन को घरेलू क्रिकेट में आउट कर बटोरी सुर्खियां,बाद में उन्हीं के साथ जीता वर्ल्डकप
नई दिल्ली. आप इन दो प्लेयर को टीम इंडिया का ‘लकी चेहरा’ कह सकते हैं. विश्व क्रिकेट में कई ऐसे आला खिलाड़ी हुए हैं जो एक से अधिक बार वर्ल्डकप में हिस्सा लेने के बावजूद खिताब जीतने की हसरत पूरी नहीं कर सके. वर्ल्डकप जीतना इनके लिए ‘छलावा’ ही रहा. इसके इतर कुछ ऐसे भी प्लेयर हुए जिन्होंने एक ही वर्ल्डकप (वनडे) खेला और इसी में टीम चैंपियन बनी. इस दौरान इनका प्रदर्शन तो बेहद साधारण (या इससे भी नीचे) रहा लेकिन ऐसा लगा कि इनकी मौजूदगी ने ही टीम की किस्मत को संवारा.
पीयूष चावला (Piyush Chawla) और एस. श्रीसंथ (S. Sreesanth), टीम इंडिया के लिए ऐसे ही प्लेयर साबित हुए. ये दोनों एमएस धोनी की कप्तानी में वर्ष 2011 में वर्ल्ड चैंपियन बनी भारतीय टीम के सदस्य रहे. मजे की बात यह है कि ये दोनों प्लेयर केवल एक वनडे वर्ल्डकप खेले और इसी में टीम ने खिताब जीता. इस टूर्नामेंट में भी इन दोनों प्लेयर को ज्यादा मैच खेलने का मौका भी नहीं मिला था.
वर्ल्डकप 2011 में पीयूष चावला ने तीन मैच खेले जबकि श्रीसंथ तो इससे भी कम, दो मैचों की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा रहे. चावला ने तीन मैचों की दो पारियों में दो रन बनाए जबकि चार विकेट लेने में वे सफल रहे. दूसरी ओर, श्रीसंथ अपने हिस्से के दो मैचों में कोई भी विकेट नहीं ले पाए. वर्ल्डकप के फाइनल में भी वे श्रीलंका के खिलाफ खेले थे लेकिन आठ ओवर में 52 रन देने के बावजूद कोई विकेट उन्हें नहीं मिला था. बता दें, पीयूष चावला और श्रीसंथ, वर्ष 2007 के टी20 वर्ल्डकप में धोनी की कप्तानी में चैंपियन बनी भारतीय टीम के भी सदस्य थे.