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वैश्विक नवाचार सूचकांक में भारत 40वें स्‍थान पर बरकरार

वैश्विक नवाचार सूचकांक में भारत 40वें स्‍थान पर बरकरार
  • PublishedSeptember 28, 2023

भारत ने वैश्विक नवाचार सूचकांक 2023 में चालीसवां स्‍थान बरकरार रखा है। नीति आयोग ने बताया कि वैश्विक नवाचार सूचकांक में शामिल 132 देशों की अर्थव्‍यवस्‍था में भारत का 40वां स्‍थान बरकरार है। यह रैंकिंग विश्‍व बौद्धिक संपदा संगठन ने जारी की है। नीति आयोग ने बताया कि पिछले कई वर्षों से वैश्विक नवाचार सूचकांक में भारत की बढ़त बनी हुई है। 2015 में भारत का 81वां रैंक था जो 2023 में 40वां हो गया।

भारत ने वैश्विक नवाचार सूचकांक 2023 में चालीसवां स्‍थान बरकरार रखा है। नीति आयोग ने बताया कि वैश्विक नवाचार सूचकांक में शामिल 132 देशों की अर्थव्‍यवस्‍था में भारत का 40वां स्‍थान बरकरार है। यह रैंकिंग विश्‍व बौद्धिक संपदा संगठन ने जारी की है। नीति आयोग ने बताया कि पिछले कई वर्षों से वैश्विक नवाचार सूचकांक में भारत की बढ़त बनी हुई है। 2015 में भारत का 81वां रैंक था जो 2023 में 40वां हो गया।

जीआईआई रैंकिंग में लगातार सुधार
जीआईआई रैंकिंग में लगातार सुधार अपार ज्ञान पूंजी, जीवंत स्टार्ट-अप ईको सिस्‍टम और सार्वजनिक और निजी अनुसंधान संगठनों द्वारा किए गए अद्भुत कार्यों के कारण है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग जैसे वैज्ञानिक विभाग सहित सरकार के सभी विभागों; जैव प्रौद्योगिकी विभाग; अंतरिक्ष विभाग; और परमाणु ऊर्जा विभाग और इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय, दूरसंचार विभाग, कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग ने राष्ट्रीय नवाचार ईको सिस्‍टम को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अटल इनोवेशन मिशन ने इनोवेशन इकोसिस्टम के विस्तार में प्रमुख भूमिका निभाई है।

राज्यों और जिलों में नवाचार इको-सिस्टम के विस्तार में भूमिका
नीति आयोग इलेक्ट्रिक वाहनों, जैव प्रौद्योगिकी, नैनो प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में नीति-आधारित नवाचार के लिए बेहतर राष्ट्रीय प्रयास सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रहा है। इसने राज्यों और जिलों में नवाचार इको-सिस्टम के विस्तार में भी भूमिका निभाई है। नीति आयोग ने जीआईआई सहित वैश्विक रैंकिंग में भारत की स्थिति की निगरानी और मूल्यांकन पर निरंतर जोर दिया है। जीआईआई दुनिया भर के देशों में नवाचार के नेतृत्व वाले सामाजिक और आर्थिक परिवर्तनों का आकलन करने के लिए दुनिया भर की सरकारों के लिए एक विश्वसनीय उपकरण है। पिछले कुछ वर्षों में, जीआईआई ने खुद को विभिन्न सरकारों के लिए एक नीति उपकरण के रूप में स्थापित किया है और उन्हें मौजूदा यथास्थिति पर विचार करने में मदद की है।

भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) भी नवाचार-संचालित अर्थव्यवस्था की दिशा में भारत की यात्रा में सहयोग कर रहा है। इस वर्ष सीआईआई और विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ) के साथ साझेदारी में, नीति आयोग 29 सितंबर, 2023 को जीआईआई 2023 के भारत शुभारंभ की मेजबानी कर रहा है।