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मेरी शक्ति भारत के युवाओं में निहित है: पीएम मोदी

मेरी शक्ति भारत के युवाओं में निहित है: पीएम मोदी
  • PublishedSeptember 27, 2023

पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आप किसी भी अवसर को मामूली मत समझें। हमने इसी अप्रोच के साथ जी-20 को इतना बड़ा बनाया। भारत की विविधता और लोकतंत्र ने जी-20 को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया। उन्होंने कहा, ”जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता पर आश्चर्य नहीं हुआ। जब युवा किसी कार्यक्रम से जुड़ते हैं तो सफलता निश्चित होती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को G20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट प्रोग्राम के दौरान छात्रों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर 4 पुस्तकों का भी विमोचन किया। पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आप किसी भी अवसर को मामूली मत समझें। हमने इसी अप्रोच के साथ जी-20 को इतना बड़ा बनाया। भारत की विविधता और लोकतंत्र ने जी-20 को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया। उन्होंने कहा, ”जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता पर आश्चर्य नहीं हुआ। जब युवा किसी कार्यक्रम से जुड़ते हैं तो सफलता निश्चित होती है।

भारत ‘गतिविधियों का केंद्र’ बनता जा रहा है
पीएम मोदी पिछले 30 दिनों के बारे में कहा कि 23 अगस्त का दिन हमारे देश में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में अमर हो गया है। भारत ने अपना सौर मिशन सफलतापूर्वक लॉन्च किया। उन्होंने कहा कि चंद्रयान ने 3 लाख किलोमीटर की दूरी तय की और सौर मिशन 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय करेगा। उन्होंने आगे कहा कि भारत की कूटनीति ने पिछले 30 दिनों में नई ऊंचाइयों को छुआ है। उन्होंने जी-20 से पहले दक्षिण अफ्रीका में हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का जिक्र किया, जहां भारत के प्रयासों से छह नए देशों को सदस्य के रूप में शामिल किया गया। पीएम मोदी ने अपनी ग्रीस की यात्रा का भी उल्लेख किया। उन्होंने G20 शिखर सम्मेलन से पहले इंडोनेशिया में विश्व के कई राजनेताओं से हुई मुलाकात का भी जिक्र किया।

30 दिनों में विश्व के 85 राजनेताओं से मुलाकात की
उन्होंने आगे कहा कि इसी भारत मंडपम में दुनिया के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, प्रधानमंत्री ने इस बात को रेखांकित किया कि वैश्विक स्तर पर ध्रुवीकृत माहौल में एक ही मंच पर सभी सदस्य देशों के लिए एक साझा आधार प्राप्त करना सरकार के लिए एक विशेष उपलब्धि रही। प्रधानमंत्री ने कहा, “सर्वसम्मति से हुई नई दिल्ली घोषणा पूरी दुनिया में हैडलाइन बन गई।”
पीएम मोदी ने बताया कि उन्होंने पिछले 30 दिनों में विश्व के 85 राजनेताओं से मुलाकात की, जो दुनिया के लगभग आधे हिस्से का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा कि उनके इस मेलजोल से भारत को नए अवसर, नए दोस्त और नए बाजार मिल रहे हैं, जिससे युवाओं को भी नए अवसर मिल रहे हैं।

भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, क्योंकि देश बहुत ही कम समय में 10वीं से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। भारत पर वैश्विक भरोसा मजबूत है और देश में रिकॉर्ड विदेशी निवेश हो रहा है। निर्यात, विनिर्माण और सेवा क्षेत्र नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं। केवल 5 वर्षों में, 13.5 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आकर भारत के नव-मध्यम वर्ग में परिवर्तित हो गए हैं।

भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल हैंडसेट निर्माता
पीएम मोदी ने छात्रों को संबोधित करते कहा, “भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल हैंडसेट निर्माता है। 2014 की तुलना में रक्षा निर्यात 23 गुना बढ़ गया। मुद्रा योजना युवाओं को नौकरी के अवसरों का सृजन करने वाला बना रही है।“ उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत 8 करोड़ लोग पहली बार उद्यमी बने और पिछले 9 वर्षों में भारत में 5 लाख सामान्य सेवा केंद्र खोले गए।

सरकार ने पिछले 9 वर्षों में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए ईमानदार प्रयास किए
मोदी ने जोर देकर कहा, “आज ईमानदार लोगों को पुरस्कृत किया जा रहा है, जबकि बेईमानों पर कार्रवाई की जा रही है। देश की विकास यात्रा जारी रखने के लिए स्वच्छ, स्पष्ट और स्थिर शासन एक अनिवार्य शर्त होती है। यदि भारत के युवाओं ने संकल्प लिया है, तो 2047 तक भारत को एक विकसित और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनने से कोई नहीं रोक सकता।

प्रधानमंत्री ने छात्रों से की अपील
प्रधानमंत्री ने उनसे गांधी जयंती से एक दिन पहले 1 अक्टूबर, 2023 को देश भर में आयोजित होने वाले व्यापक स्वच्छता अभियान में भाग लेने की अपील की। दूसरी अपील उन्होंने उनसे एक सप्ताह के भीतर कम से कम 7 लोगों को यूपीआई संचालित करने का तरीका सिखाने को कहा। उनका तीसरा अनुरोध वोकल फॉर लोकल को लेकर था। उन्होंने त्योहारों के दौरान ‘मेड इन इंडिया’ उपहार खरीदने के लिए कहा और उन चीजों का उपयोग करने की अपील की, जो मूल रूप से स्वदेशी हैं।

छात्रों को दिया होमवर्क
पीएम मोदी ने छात्रों को होमवर्क देते हुए उनसे रोजमर्रा के उपयोग की चीजों की एक सूची बनाने और यह जांच करने को कहा कि उनमें से कितनी चीजें विदेश में बनी हैं। उन्होंने कहा कि विदेश में बनी कई वस्तुएं हमारे जीवन में शामिल हो गयीं हैं और देश को बचाने के लिए उनसे छुटकारा पाना जरूरी है।

बता दें कि G20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट फिनाले में भाग लेने वाले विश्वविद्यालयों के लगभग 3,000 छात्र, संकाय सदस्य और कुलपति शामिल हुए और देश भर के छात्र इसके लाइव कार्यक्रम में शामिल हुए।