दो दिवसीय आरोग्य मंथन की शुरुआत आज से , स्वास्थ्य प्रणाली को और मजबूत बनाने पर होगी चर्चा
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जय) के पाँच साल और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के दो साल पूरे होने पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा दो दिवसीय ‘आरोग्य मंथन’ कार्यक्रम आज से नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत योजनाओं से संबंधित चुनौतियों, रुझानों और सर्वोत्तम प्रथाओं पर ज्ञानवर्धक चर्चाओं और विचार-विमर्श का आयोजन होगा।
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जय) के पाँच साल और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के दो साल पूरे होने पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा दो दिवसीय ‘आरोग्य मंथन’ कार्यक्रम आज से नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत योजनाओं से संबंधित चुनौतियों, रुझानों और सर्वोत्तम प्रथाओं पर ज्ञानवर्धक चर्चाओं और विचार-विमर्श का आयोजन होगा।
राज्य मंत्री (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) प्रोफेसर एस.पी. सिंह बघेल, आज निर्धारित उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करेंगे। उद्घाटन सत्र के दौरान राज्य मंत्री (स्वास्थ्य और परिवार कल्याण) डॉ. भारती प्रविण पवार वर्चुअल रुप से कार्यक्रम को संबोधित करेंगी , आरोग्य मंथन में मुख्य वक्ता के रूप में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया शामिल होंगे । इस कार्यक्रम में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के नीति निर्माताओं, स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के राष्ट्रीय विशेषज्ञों के साथ-साथ शिक्षा, थिंक-टैंक, उद्योग और मीडिया के प्रतिनिधियों सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों की सक्रिय भागीदारी होगी।
आपको बता दें कि आयुष्मान भारत पीएम-जय 23 सितंबर 2018 में लॉन्च किया गया था जिसने स्वास्थ्य, उत्पादकता और समृद्धि में अभूतपूर्व योगदान दिया है , इस योजना में अब तक 5.5 करोड़ लाभार्थी नि:शुल्क अस्पतालों में भर्ती हुए जिस पर सरकार द्वारा 69,000 करोड़ रुपये मूल्य का व्यय किया जा चुका है । इस योजना ने न केवल करोड़ों गरीबों और वंचित परिवारों के लिए अच्छा स्वास्थ्य सुनिश्चित किया है, बल्कि उनके परिवारों को स्वास्थ्य देखभाल पर होने वाले विनाशकारी व्यय से भी बचाया है।
27 सितंबर 2021 को लॉन्च किया गया आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन सरकार की एक बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य देखभाल पारिस्थितिकी तंत्र के विभिन्न हितधारकों को जोड़ने वाला एक डिजिटल प्लेटफार्म प्रदान करना है । पिछले 2 वर्षों में 45 करोड़ से अधिक आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाते (एबीएचए) बनाए गए हैं। इसके अलावा, 30 करोड़ से अधिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड इन एबीएचए खातों से जुड़े हैं। योजना का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा वितरण को मजबूत करने के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाना है।
दोनों प्रमुख स्वास्थ्य देखभाल योजनाओं का लक्ष्य भारत में सार्वभौमिक स्वास्थ्य सुरक्षा को प्राप्त करने के लिए सुलभ, उपलब्ध, किफायती और स्केलेबल स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है।
उद्घाटन सत्र के बाद ‘यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज, कन्वर्जेंस और डिजिटल हेल्थ’ पर एक पूर्ण सत्र आयोजित किया जायेगा , इसके अलावा दो प्रमुख योजनाओं के कार्यान्वयन से संबंधित विभिन्न सत्र होंगे।
एनएचए इस कार्यक्रम के दौरान सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सम्मानित करेगा। इस कार्यक्रम में राज्य मंत्री (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी. के. पॉल, सचिव (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण), श्री सुधांश पंत और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अन्य गणमान्यों की उपस्थित रहेगी ।