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डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला 21 अगस्त से 24 अगस्त तक नॉर्वे की यात्रा पर

डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला 21 अगस्त से 24 अगस्त तक नॉर्वे की यात्रा पर
  • PublishedAugust 21, 2023

केंद्रीय मंत्री परशोत्तम रूपाला एक प्रतिनिधिमंडल के साथ नॉर्वे की आधिकारिक यात्रा पर जा रहे हैं। इस यात्रा का उद्देश्य मत्स्य पालन, संसाधन प्रबंधन, अनुसंधान, नवाचार और व्यापार को बढ़ावा देना है।

केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परशोत्तम रूपाला के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल एवं मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री डॉ. एल मुरुगन के साथ 21 अगस्त से 24 अगस्त, 2023 तक नॉर्वे के दौरे पर हैं। उनके साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी जा रहा है। इस प्रतिनिधिमंडल में संयुक्त सचिव (समुद्री मत्स्य पालन) और मत्स्य पालन विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं। इस चार दिवसीय यात्रा का उद्देश्य मत्स्य पालन और जलीय कृषि के क्षेत्र में भारत और नॉर्वे के बीच द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करना है।

विभिन्न पहलुओं पर होगी चर्चा

भारतीय प्रतिनिधिमंडल नॉर्वे के मत्स्य पालन और महासागर नीति मंत्री, राज्य सचिव और अन्य प्रमुख अधिकारियों के साथ मिलकर मत्स्य पालन संसाधन प्रबंधन, अनुसंधान, नवाचार और व्यापार के विभिन्न पहलुओं पर द्विपक्षीय चर्चा करने जा रहा हैं।

क्या है यात्रा का उद्देश्य?

इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य मत्स्यपालन और जलीय कृषि के क्षेत्र में भारत और नॉर्वे के बीच द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करना है।

द्विवार्षिक जलीय कृषि प्रदर्शनी

यह प्रतिनिधिमंडल नॉर्वे में ट्रॉनहैम में 22 से 24 अगस्त तक होने वाली द्विवार्षिक जलीय कृषि प्रदर्शनी में भाग लेगा। इसके साथ ही व्यापार मेले, ‘एक्वा नोर 2023’ में भी भाग लेगा। जलीय कृषि प्रौद्योगिकी और नवाचार के लिए दुनिया के सबसे बड़े व्यापार शो में से एक है। यह प्रदर्शनी टिकाऊ और लाभदायक जलीय कृषि के लिए नए विकास और समाधान को प्रदर्शित करेगी। प्रतिनिधिमंडल विभिन्न नॉर्वेजियन कंपनियों के साथ बातचीत करेगा जिनके पास मछली पालन और जलीय कृषि के विभिन्न पहलुओं, जैसे मछली स्वास्थ्य, चारा, आनुवंशिकी, उपकरण, प्रसंस्करण और विपणन में विशेषज्ञता होती है।

मत्स्य पालन और जलीय कृषि में निवेश की संभावना

नॉर्वे में प्रतिनिधिमंडल मत्स्य पालन और जलीय कृषि से संबंधित कुछ अत्याधुनिक सुविधाओं, जैसे मछली पकड़ने के जहाज, मछली पकड़ने के बंदरगाह, हैचरी, पिंजरे फार्म और समुद्री खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों का भी दौरा करेगा। यह प्रतिनिधिमंडल नॉर्वेजियन अनुभव से सीखकर इन क्षेत्रों में सहयोग और निवेश की संभावनाओं का पता लगाएगा।

भारत और नार्वे के बीच द्विपक्षीय सहयोग से होगा विकास

डेयरी मंत्री परशोत्तम रूपाला के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल नॉर्वे में भारतीय प्रवासियों से भी मिलेगा और उन्हें मत्स्यपालन क्षेत्र में भारत सरकार की पहल और उपलब्धियों से अवगत कराएगा। साथ ही उनके सुझाव और प्रतिक्रियाएं लेगा। इस यात्रा से मत्स्यपालन क्षेत्र में भारत और नॉर्वे के बीच आपसी समझ और द्विपक्षीय सहयोग बढ़ने और भविष्य में साझेदारी के माध्यम से पर्याप्त विकास का मार्ग प्रशस्त होने की उम्मीद है।