लोकसभा में ध्वनिमत से गिर गया विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव
प्रस्ताव पर बहस का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर के लोगों को आश्वासन दिया कि पूरा देश उनके साथ है और राज्य में शांति सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करेगा। उन्होंने कहा, पूर्वोत्तर क्षेत्र की ज्यादातर समस्याओं के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है।
लोकसभा में 10 अगस्त 2023 की शाम सरकार के खिलाफ विपक्षी गठबंधन (I.N.D.I.A) द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से गिरा, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बोलने के दौरान ही विपक्षी दलों के सदस्य सदन से बर्हिगमन कर गए। इस बीच कांग्रेस के नेता सदन अधीर रंजन चौधरी को सदन की कार्यवाही से उनके व्यवहार के खिलाफ विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित कर दिया गया।
मणिपुर के लोगों को पीएम ने दिया आश्वासन, कहा- ‘पूरा देश उनके साथ’
इससे पहले सदन में प्रस्ताव पर बहस का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर के लोगों को आश्वासन दिया कि पूरा देश उनके साथ है और राज्य में शांति सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करेगा। उन्होंने कहा, मणिपुर जल्द ही फिर से शांति और विकास का गवाह बनेगा। पीएम ने यह भी कहा कि मणिपुर में हिंसा दुखद है और महिलाओं के खिलाफ अपराध अस्वीकार्य हैं। पीएम मोदी ने कहा, आरोपियों को सजा दिलाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से प्रयास जारी हैं। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्वोत्तर क्षेत्र की ज्यादातर समस्याओं के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है।
प्रधानमंत्री ने कहा, उनकी सरकार पूर्वोत्तर के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। उन्होंने कहा, पिछले नौ वर्षों में क्षेत्र में लाखों रुपये का बुनियादी ढांचा विकास कार्य किए गए हैं। पीएम मोदी ने यह भी याद दिलाया कि 1991 में भारत दिवालिया होने की कगार पर था। 2014 के बाद, भारत ने दुनिया की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में जगह बनाई। उन्होंने कहा, सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन ने देश को इस स्थान पर पहुंचाया है।
विपक्ष को जनता के कल्याण के उद्देश्य से जुड़े महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा में कोई दिलचस्पी नहीं
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि I.N.D.I.A गठबंधन दोहरे अंक की मुद्रास्फीति, भ्रष्टाचार, नीतिगत पंगुता, अस्थिरता, तुष्टिकरण, वंशवाद, बेरोजगारी, हिंसा और आतंकवाद की गारंटी है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को लोगों के कल्याण के उद्देश्य से महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा में कोई दिलचस्पी नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए और भाजपा 2024 में शानदार जीत के साथ वापस आएंगे और पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ देंगे। इसी के साथ उन्होंने यह आश्वासन दिया कि उनके तीसरे कार्यकाल के दौरान, भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा।
अविश्वास प्रस्ताव की चर्चा पर पीएम मोदी का उत्तर सुनने को तैयार नहीं हुआ विपक्ष
वहीं, अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का उत्तर देने के दौरान अधीर रंजन चौधरी बार-बार प्रधानमंत्री के भाषण के बीच में हस्तक्षेप कर रहे थे। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री को भगोड़े आर्थिक अपराधी से भी जोड़ने की कोशिश की। उसी दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने उन्हें अपने शब्द वापस लेने को कहा लेकिन वे नहीं माने।
विपक्ष की अनुपस्थिति में ध्वनिमत से गिर गया अविश्वास प्रस्ताव
प्रधानमंत्री के भाषण के बीच में विपक्षी दलों के सदस्य नारे लगाते हुए सदन से बहिर्गमन कर गए। विपक्ष मणिपुर पर प्रधानमंत्री से बोलने की मांग कर रहा था। प्रधानमंत्री के भाषण के अंत में पेश अविश्वास प्रस्ताव भी विपक्ष की अनुपस्थिति में ध्वनिमत से गिर गया। इसके बाद अध्यक्ष ने भाजपा सांसद विरेन्द्र सिंह मस्त और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के व्यवहार पर सवाल उठाया। इस पर विरेन्द्र सिंह मस्त ने अध्यक्ष से माफी मांगते हुए कहा कि वे अपने नेता की बुराई सहन नहीं कर पाए थे।
इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस से नेता सदन लगातार मंत्रिगण और प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान हस्तक्षेप कर रहे थे। वे बिना किसी तथ्य के आरोप लगाते रहते हैं। वे प्रस्ताव करते हैं कि उनका विषय सदन की विशेषाधिकार समिति को भेजा जाए। साथ ही जब तक विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट और सिफारिशें मिल नहीं जातीं, उन्हें सदन से निलंबित रखा जाए। इस प्रस्ताव को सदन ने ध्वनिमत से अनुमोदित कर दिया।