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थिंक20 शिखर सम्मलेन मैसूर में हुआ शुरू

थिंक20 शिखर सम्मलेन मैसूर में हुआ शुरू
  • PublishedAugust 1, 2023

टी20 बैठक में व्यापक अर्थशास्त्र और व्यापार, डिजिटल परिवर्तन, पर्यावरण के लिए जीवनशैली, हरित संक्रमण, वैश्विक वित्तीय व्यवस्था, एसडीजी में तेजी लाने और बहुपक्षवाद में सुधार जैसे मुद्दों सहित भारत की जी20 प्रेसीडेंसी की प्राथमिकताओं पर विचारों और अंतर्दृष्टि को सामूहिक रूप से प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है। शिखर सम्मेलन के दौरान, टी20 को अंतिम टी20 विज्ञप्ति और टास्क फोर्स वक्तव्य जारी करने का विशेषाधिकार प्राप्त होगा, जो जी20 नेताओं की विज्ञप्ति के लिए एक साल की लंबी प्रक्रिया के माध्यम से टास्क फोर्स द्वारा विकसित प्रमुख सिफारिशों और नीति प्रस्तावों को समाहित करेगा।

 

जी20 के कार्यसमूह थिंक20 का शिखर सम्मलेन सोमवार 31 जुलाई से मैसूर में शुरू हो गया है। भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत ये कार्यक्रम हो रहे हैं, थिंक20 उसी का एक भाग है। इस सम्मलेन का आयोजन थिंक 20 सचिवालय के रूप ऑब्जर्बर रिसर्च फाउंडेशन कर रहा है। जी20 के लिए प्रासंगिक नीतिगत मुद्दों पर चर्चा हेतु थिंक 20 का काम और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। ये थिंक टैंक के रूप में काम करता है। मैसूर से पहले भोपाल में थिंक20 की बैठक हुई थी। मैसूर में आयोजित इस तीन दिवसीय सम्मेलन में दुनिया भर के सात थिंक20 टास्क फोर्स के प्रतिष्ठित सदस्यों और नीति विशेषज्ञों की उपस्थिति दर्ज़ हो रही है।

क्या है थिंक20?

थिंक20(टी20), जी20 का आधिकारिक एंगेजमेंट समूह है। ये उच्च-स्तरीय विशेषज्ञों को एक साथ लाकर जी20 के लिए एक “थिंक टैंक” के रूप में कार्य करता है। जी20 सम्मलेन की अध्यक्षता इस बार भारत के जिम्मे आई है, ऐसे में तमाम बैठकों और उनकी महत्ता और बढ़ जाती है। थिंक20 शिखर सम्मेलन  उसी का एक महत्वपूर्ण भाग है। ऐसे में टी20 अनुशंसाओं को सारगर्भित ढंग से विवरण सहित जी20 कार्य समूहों, मंत्रिस्तरीय बैठकों और शिखर सम्मेलन में प्रस्तुत किया जाता है ताकि जी20 को ठोस नीतिगत उपाय प्रदान करने में मदद मिल सके।

 क्या है बैठक का उद्देश्य? 

टी20 बैठक में व्यापक अर्थशास्त्र और व्यापार, डिजिटल परिवर्तन, पर्यावरण के लिए जीवनशैली, हरित संक्रमण, वैश्विक वित्तीय व्यवस्था, एसडीजी में तेजी लाने और बहुपक्षवाद में सुधार जैसे मुद्दों सहित भारत की जी20 प्रेसीडेंसी की प्राथमिकताओं पर विचारों और अंतर्दृष्टि को सामूहिक रूप से प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है। शिखर सम्मेलन के दौरान, टी20 को अंतिम टी20 विज्ञप्ति और टास्क फोर्स वक्तव्य जारी करने का विशेषाधिकार प्राप्त होगा, जो जी20 नेताओं की विज्ञप्ति के लिए एक साल की लंबी प्रक्रिया के माध्यम से टास्क फोर्स द्वारा विकसित प्रमुख सिफारिशों और नीति प्रस्तावों को समाहित करेगा।

पिछली बैठक में क्या थे प्रमुख बिंदु?

इससे पहले जनवरी 2023 में हुई G20 देशों की दो दिवसीय ‘थिंक-20’ बैठक मध्य प्रदेश के भोपाल में आयोजित की गई थी। पर्यावरण-अनुकूल जीवनशैली, नैतिक मूल्यों और शुभ वैश्विक सुशासन जैसे विषयों पर देश-विदेश के 300 से अधिक मंत्रियों, बुद्धिजीवियों और विषय-विशेषज्ञों ने भाग लिया था। कार्यक्रम के हिस्से के रूप में 13 सत्र और 2 ब्रीफिंग क्लस्टर आयोजित किए गए थे।

वैश्विक मानचित्र पर क्या है जी20 देशों की स्थिति?

जी20 के देशों का वैश्विक आर्थिक उत्पादन में लगभग 80 प्रतिशत, वैश्विक निर्यात में लगभग 75 प्रतिशत और विश्व की जनसंख्या में लगभग 60 प्रतिशत योगदान है। यह आंकड़ों से ही प्रतिबिंबित हो रहा है कि भारत उस समूह में है जो नेतृत्वकर्ता बन सकता है, इस बार ये मेजबानी बहुत बड़े गेम चेंजर होने जा रही है।