प्रधानमंत्री मोदी एक अगस्त को सम्मानित होंगे लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से
प्रधानमंत्री अपने पुणे दौरे की शुरुआत दगडूशेठ गणपति मंदिर में दर्शन-पूजन के साथ करेंगे। प्रधानमंत्री सुबह लगभग 11 बजे दगडूशेठ मंदिर में पहुंचेंगे। इसके पश्चात सुबह 11:45 बजे, उन्हें लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 अगस्त 2023 को महाराष्ट्र के पुणे का दौरा करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री को लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। पीएम इस पुरस्कार के 41वें प्राप्तकर्ता होंगे। यह पुरस्कार 1983 में तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट द्वारा इस पुरस्कार का गठन किया गया था। यह पुरस्कार हर साल 1 अगस्त को लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि पर राष्ट्र की प्रगति और विकास के लिए काम करते हुए उल्लेखनीय और असाधारण योगदान देने वाले व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है। इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा, प्रणब मुखर्जी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, इंदिरा गांधी, डॉ. मनमोहन सिंह और एनआर नारायण मूर्ति और डॉ. ई. श्रीधरन जैसी प्रतिष्ठित हस्तियों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
PM दगडूशेठ गणपति मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे
प्रधानमंत्री अपने पुणे दौरे की शुरुआत दगडूशेठ गणपति मंदिर में दर्शन-पूजन के साथ करेंगे। प्रधानमंत्री सुबह लगभग 11 बजे दगडूशेठ मंदिर में पहुंचेंगे। इसके पश्चात सुबह 11:45 बजे, उन्हें लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
पुणे में मेट्रो ट्रेन को दिखाएंगे हरी झंडी
पुणे मेट्रो के पहले चरण के दो गलियारों के पूर्ण हो चुके खंडों पर सेवाओं के उद्घाटन किया जाना है। इसी अंतर्गत दोपहर 12:45 बजे, पीएम मोदी पुणे मेट्रो ट्रेनों को झंडी दिखाएंगे और विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। ज्ञात हो, इस प्रोजेक्ट की नींव खुद प्रधानमंत्री ने 2016 में रखी थी। ये खंड फुगेवाड़ी स्टेशन से सिविल कोर्ट स्टेशन और गरवारे कॉलेज स्टेशन से रूबी हॉल क्लिनिक स्टेशन तक हैं।
PM मोदी के विजन को साकार करने की दिशा में कदम
प्रधानमंत्री ने 2016 में इस परियोजना की आधारशिला भी रखी थी। नए खंड पुणे शहर के महत्वपूर्ण स्थानों जैसे शिवाजी नगर, सिविल कोर्ट, पुणे नगर निगम कार्यालय, पुणे आरटीओ और पुणे रेलवे स्टेशन को जोड़ेंगे। यह उद्घाटन देश भर में नागरिकों को आधुनिक और पर्यावरण के अनुकूल मास रैपिड शहरी परिवहन प्रणाली प्रदान करने के प्रधानमंत्री के विजन को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर बनाई रूपरेखा
इस रूट पर कुछ मेट्रो स्टेशनों की रूपरेखा छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर बनाई गई है। छत्रपति संभाजी उद्यान मेट्रो स्टेशन और डेक्कन जिमखाना मेट्रो स्टेशनों की एक अनूठी रूपरेखा है जो छत्रपति शिवाजी महाराज के सैनिकों द्वारा पहने जाने वाले हेडगियर से मिलती-जुलती है, जिसे “मावला पगाड़ी” भी कहा जाता है। शिवाजी नगर भूमिगत मेट्रो स्टेशन की एक विशिष्ट रूपरेखा है जो छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा निर्मित किलों की याद दिलाती है। एक और अनूठी विशेषता यह है कि सिविल कोर्ट मेट्रो स्टेशन देश के सबसे गहरे मेट्रो स्टेशनों में से एक है, जिसमें 33.1 मीटर का सबसे गहरा बिंदु है। स्टेशन की छत को इस तरह से बनाया गया है कि सीधी धूप प्लेटफॉर्म पर पड़े।
इन परियोजनाओं की भी देंगे सौगात
प्रधानमंत्री पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम (पीसीएमसी) के तहत अपशिष्ट से ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन करेंगे। लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से विकसित, यह बिजली का उत्पादन करने के लिए सालाना लगभग 2.5 लाख मीट्रिक टन अपशिष्ट का उपयोग करेगा।
सभी के लिए आवास अर्जित करने के मिशन की दिशा में आगे बढ़ते हुए, प्रधानमंत्री पीसीएमसी द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्मित 1280 से अधिक घरों को सुपुर्द करेंगे। महज इतना ही नहीं, वह पुणे नगर निगम द्वारा निर्मित 2650 से अधिक पीएमएवाई घरों को भी सुपुर्द करेंगे। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री पीसीएमसी द्वारा निर्मित किए जाने वाले लगभग 1190 पीएमएवाई घरों और पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित 6400 से अधिक घरों की आधारशिला भी रखेंगे।