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भारत का UPI पहुंचा फ्रांस, इन देशों में भी कर सकते हैं यूपीआई पेमेंट

भारत का UPI पहुंचा फ्रांस, इन देशों में भी कर सकते हैं यूपीआई पेमेंट
  • PublishedJuly 14, 2023

फ्रांस दौरे पर गए पीएम मोदी ने बताया कि दोनों देश फ्रांस में इस भुगतान व्यवस्था का उपयोग करने पर सहमत हुए हैं। फ्रांस में भारत के यूपीआई के उपयोग को लेकर भी समझौता हो गया है। आने वाले दिनों में इसकी शुरुआत एफिल टॉवर से की जाएगी। यानि अब भारतीय टूरिस्‍ट मोबाइल ऐप के जरिए एफिल टावर में रुपए में भुगतान कर पाएगा।

भारत का यूपीआई अब फ्रांस पहुंच गया है। यूपीआई यानी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस से व्यक्ति डायरेक्ट बैंक अकाउंट में ऑनलाइन माध्यम से पैसे ट्रांसफर करता है। ऐसे में भारत की भुगतान व्यवस्था यूपीआई के बाजार का विस्तार किया जा रहा है।

एफिल टॉवर से शुरू होगी यूपीआई पेमेंट

फ्रांस दौरे पर गए पीएम मोदी ने बताया कि दोनों देश फ्रांस में इस भुगतान व्यवस्था का उपयोग करने पर सहमत हुए हैं। फ्रांस में भारत के यूपीआई के उपयोग को लेकर भी समझौता हो गया है। आने वाले दिनों में इसकी शुरुआत एफिल टॉवर से की जाएगी। यानि अब भारतीय टूरिस्‍ट मोबाइल ऐप के जरिए एफिल टावर में रुपए में भुगतान कर पाएगा।

फ्रांस के लायरा के साथ हुआ है समझौता

बता दें कि 2022 में यूपीआई सेवाएं देने वाली प्रमुख संस्था नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने फ्रांस की ऑनलाइन पेमेंट प्रणाली ‘लायरा’ के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। अब फ्रांस में यूपीआई का इस्तेमाल हो सकता है।
वैसे भारत का यूपीआई फ्रांस के अलावा भी कई देश यूपीआई को पहले ही अपना चुके हैं। इन देशों में- सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात और भूटान हैं। भारत में गूगल पे, अमेजन पे, पेटीएम, भीम , भारतपे, फोनपे जैसे सारे डिजिटल पेमेंट ऐप यूपीआई इंटरफेस पर ही बेस्ड हैं।

NRO खातों से यूपीआई लेनदेन

इसके अलावा इसी साल NPCI ने 10 देशों के प्रवासी भारतीयों को NRI/NRO खातों से यूपीआई के जरिए फंड ट्रांसफर की अनुमति दी है। NPCI ने कहा कि उसे प्रवासियों को UPI के जरिये लेनदेन के लिये अंतरराष्ट्रीय मोबाइल नंबरों का उपयोग करने की अनुमति देने को लेकर अनुरोध मिलते रहे हैं। भारत के बाहर रहने वाला कोई भी व्यक्ति रुपये में लेन-देन को लेकर NRO खाता खोल सकता है। ये प्रवासी भारतीय सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, हांगकांग, ओमान, कतर, अमेरिका, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और ब्रिटेन में रहने वाले हो सकते हैं।