घरेलू क्रिकेट का ‘रनवीर’ टीम इंडिया के इतने करीब होकर भी दूर, नजरअंदाज होने पर कैसे मिलता है हौसला बताया
नई दिल्ली. बंगाल के अभिमन्यु ईश्वरन (Abhimanyu Easwaran) ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्हें घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद भारत की टेस्ट टीम में स्थान नहीं मिल पा रहा है. ओपनर के तौर पर ईश्वरन ने इंडिया-ए की ओर से भी छह शतकों के साथ 34 पारियां में 47.27 के औसत से रन बनाए लेकिन वेस्टइंडीज दौरे के लिए रेड बॉल टीम (Indian squad for West Indies tour) में ऋतुराज गायकवाड़ और यशस्वी जायसवाल उन पर भारी पड़े. ईश्वरन फिर अपनी बारी का इंतजार कर रहे.
लगातार उपेक्षा से किसी खिलाड़ी का मनोबल टूटना स्वाभाविक है लेकिन अभिमन्यु ईश्वरन ने हिम्मत नहीं हारी है. वे इसे चुनौती के तौर पर लेते हुए घरेलू क्रिकेट में नए सीजन की तैयारी में जुटे हैं.
ईश्वरन ने Espncricinfo के साथ विशेष बातचीत में क्रिकेट में अपने संघर्ष और खेल से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर खुलकर बात की.
इस सवाल कि इंडीज दौरे की भारतीय टीम (Team india) में न चुने जाने पर कैसा लगा, उन्होंने कहा, ‘जब भी चीजें इच्छा के मुताबिक नहीं होतीं तो मैं बस यही सोचता हूं कि मैंने गेम खेलना क्यों शुरू किया. मैंने क्रिकेट खेलना इसलिए शुरू किया क्योंकि मैं इसका मजा लेता हूं और देश के लिए खेलना चाहता हूं.अगर मुझे किसी टीम में नहीं चुना जाता तो इससे मेरे खेल के प्रति जुनून या आगे बढ़ने के लिए कड़ी मेहनत पर असर नहीं पड़ता. देश के लिए खेलने और मैच जीतने का सपना मुझे मुझे प्रेरित करता रहेगा.’