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PM मोदी ने वर्चुअली साईं हीरा ग्लोबल कन्वेंशन सेंटर पुट्टपर्थी का किया उद्घाटन, गिनाईं खूबियां

PM मोदी ने वर्चुअली साईं हीरा ग्लोबल कन्वेंशन सेंटर पुट्टपर्थी का किया उद्घाटन, गिनाईं खूबियां
  • PublishedJuly 4, 2023

पीएम मोदी ने श्री सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट से पुट्टपर्थी जिले को पूरी तरह से डिजिटल बनाने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने खूबियां गिनाते हुए कहा- पर्यावरण और टिकाऊ जीवन शैली जैसे क्षेत्रों में भारत के उभरते नेतृत्व के लिए ऐसे सभी प्रयासों में सत्य साईं ट्रस्ट जैसे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संस्थानों की महान भूमिका है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज (मंगलवार) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी में साईं हीरा ग्लोबल कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन किया। इस उद्घाटन समारोह में दुनियाभर के प्रमुख गणमान्य व्यक्ति और श्रद्धालु मौजूद रहे। इसी बीच पीएम मोदी ने श्री सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट से पुट्टपर्थी जिले को पूरी तरह से डिजिटल बनाने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने खूबियां गिनाते हुए कहा- पर्यावरण और टिकाऊ जीवन शैली जैसे क्षेत्रों में भारत के उभरते नेतृत्व के लिए ऐसे सभी प्रयासों में सत्य साईं ट्रस्ट जैसे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संस्थानों की महान भूमिका है।

अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त कन्वेंशन सेंटर

ज्ञात हो, श्री सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट ने पुट्टपर्थी स्थित प्रशांति निलयम में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त इस सेंटर का निर्माण किया है। ‘प्रशांति निलयम’ श्री सत्य साईं बाबा का मुख्य आश्रम है। समाजसेवी श्रीरयुको हीरा द्वारा प्रदत्त यह कन्वेंशन सेंटर सांस्कृतिक आदान-प्रदान, आध्यात्मिकता और वैश्विक सद्भाव को बढ़ावा देने वाले दृष्टिकोण का एक प्रमाण है। यह विविध पृष्ठभूमि वाले लोगों को एक साथ आने, आपस में जुड़ने और श्री सत्य साईं बाबा की शिक्षाओं के बारे में जानने हेतु एक उपयुक्त वातावरण प्रदान करता है।

इसकी विश्वस्तरीय सुविधाएं एवं अवसंरचना सम्मेलनों, सेमिनारों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन को सुविधाजनक बनाएंगी, जिससे जीवन के सभी क्षेत्रों से जुड़े लोगों के बीच आपसी संवाद एवं समझ को बढ़ावा मिलेगा। इस विशाल परिसर में ध्यान कक्ष, शांत उद्यान और आवासीय सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।

देश को मिल रहा एक प्रमुख विचार केंद्र

पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत ‘साईं राम’ कहकर की। पीएम मोदी ने कहा इस पवित्र अवसर पर श्री सत्य साईं मिशन का विस्तार हो रहा है। श्री हीरा ग्लोबल कंवेशन सेंटर के रूप में देश को एक प्रमुख विचार केंद्र मिल रहा है। इस सेंटर आध्यात्मता की अनुभूति हो और आधुनिकता की आभा भी हो। इसमें सांस्कृतिक दिव्यता भी है और वैचारिक भव्यता भी है। ये सेंटर स्प्रिचुअल कॉन्फ्रेंस और अकादमिक प्रोग्राम्स के लिए एक केंद्र बनेगा। यहां अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े पूरी दुनिया के विद्वान और एक्सपर्ट्स इकट्ठा होंगे।

श्री सत्य साईं ग्लोबल काउंसिल की लीडर्स कॉन्फ्रेंस

पीएम मोदी ने कहा, कोई भी विचार सबसे प्रभावी तब होता है जब वो विचार आगे बढ़े, कर्म के स्वरूप में आगे बढ़े। थोथे वचन प्रभाव पैदा नहीं करते। आज कंवेशन के लोकार्पण के साथ ही यहां श्री सत्य साईं ग्लोबल काउंसिल की लीडर्स कॉन्फ्रेंस भी शुरू हो रही है। इस कॉन्फ्रेंस में देश और दुनिया के कई डेलिगेट्स यहां उपस्थित हैं। खासतौर से आपने इस आयोजन के लिए जो थीम चुनी है प्रैक्टिस एंड इंस्पायर। ये थीम प्रभावी भी है और प्रासंगिक भी है। पीएम ने बताया, हमारे यहां कहा भी जाता है कि…

यत यत आचरति श्रेष्ठ
तत तत एवे इतरह जन:

इसका अर्थ समझाते हुए उन्होंने कहा, श्रेष्ठ लोग जैसा-जैसा आचरण करते हैं समाज वैसा ही अनुसरण करता है। इसलिए हमारा आचरण ही दूसरों के लिए सबसे बड़ी प्रेरणा होती है। सत्य साईं बाबा का जीवन अपने आप में इसका जीवंत उदाहरण है। आज भारत भी कर्तव्यों को पहली प्राथमिकता बना कर आगे बढ़ रहा है। आजादी के 100 वर्ष के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ते हुए हमने हमारे अमृत काल को कर्तव्य काल का नाम दिया है। हमारे इन कर्तव्यों में आध्यात्मिक मूल्यों का मार्गदर्शन भी है और भविष्य के संकल्प भी है। इसमें विकास भी है और विरासत भी है।

देश में आध्यात्मिक केंद्रों का हो रहा पुनर्उद्धार

पीएम मोदी ने कहा, आज एक ओर देश में आध्यात्मिक केंद्रों का पुनर्उद्धार हो रहा है तो साथ ही भारत इकोनॉमी और टेक्नोलॉजी में भी लीड कर रहा है। आज भारत दुनिया की टॉप 5 इकोनॉमी में शामिल हो चुका है। आज भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। डिजिटल टेक्नोलॉजी और 5G जैसे क्षेत्रों में हम बड़े-बड़े देशों का मुकाबला कर रहे हैं। दुनिया में आज जितने भी रियल टाइम ट्रांजेक्शन हो रहे हैं, उसके 40 प्रतिशत अकेले भारत में हो रहे हैं।

समाज के हर वर्ग की भागीदारी से आज आ रहा परिवर्तन

पीएम मोदी ने इसी के साथ नए बने हुए पुट्टपर्थी जिले के निवासियों और श्री सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट से पूरे जिले को 100 प्रतिशत डिजिटल बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कोशिश करें कि यहां होने वाली हर ट्रांजेक्शन डिजिटल हो। उन्होंने आगे कहा कि ऐसे करने से दुनिया में इस जिले की अलग ही पहचान बन जाएगी। पीएम मोदी ने कहा, समाज के हर वर्ग की भागीदारी से आज परिवर्तन आ रहा है। इसलिए ग्लोबल काउंसिल जैसे आयोजन, भारत के बारे में जानने का और बाकी विश्व को इससे जोड़ने का एक प्रभावी जरिया है।

हमारे संतों ने हजारों वर्षों से एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना का किया पोषण

उन्होंने कहा कि संतों को हमारे यहां अक्सर बहते जल की तरह बताया जाता है क्योंकि संत न कभी विचार से रुकते हैं, न कभी व्यवहार से थमते हैं। अनवरत प्रवाह और अनवरत प्रयास ही संतों का जीवन होता है। एक सामान्य भारतीय के लिए ये मायने नहीं रखता कि इन संतों का जन्म स्थान क्या है, उसके लिए कोई भी सच्चा संत उसका अपना होता है, उसकी आस्था और संस्कृति का प्रतिनिधि होता है। इसलिए हमारे संतों ने हजारों वर्षों से एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना का पोषण किया है। सत्य साईं बाबा भी आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी में जन्में, लेकिन उनके मानने वाले, उनके चाहने वाले दुनिया के हर कोने में है।

आज देश के हर क्षेत्र में सत्य साईं से जुड़े स्थान और आश्रम

पीएम ने कहा, आज देश के हर क्षेत्र में सत्य साईं से जुड़े स्थान और आश्रम भी है। हर भाषा, हर रीतिरिवाज के लोग प्रशांति निलियम से एक मिशन के तहत जुड़े हैं। यही भारत की वो चेतना है जो भारत को एक सूत्र में पिरोती है, इसे अमर बनाती है। पीएम मोदी ने बताया कि श्री सत्य साईं कहते थे- सेवा के दो अक्षरों में ही अनंत शक्ति निहीत है। सत्य साईं का जीवन इसी जीवंत भावना का सत्य स्वरूप था। सत्य साईं के लिए मानव सेवा ही माधव सेवा थी। हर नर में नारायण, हर जीव में शिव देखने की यही भावना जनता को जनार्दन बनाती है।

देश में धार्मिक और आध्यात्मिक संस्थाएं हमेशा से समाज उत्थान के केंद्र में रही

पीएम ने कहा, भारत जैसे देश में धार्मिक और आध्यात्मिक संस्थाएं हमेशा से समाज उत्थान के केंद्र में रही है। आज देश अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे कर चुका है और अगले 25 वर्षों का संकल्प लेकर हमने अमृत काल में प्रवेश किया है। पीएम ने कहा, आज जब हम विकासत और विरासत को एक गति दे रहें हैं तो सत्य साईं ट्रस्ट जैसी संस्थाओं को इसमें बड़ा भूमिल है।

श्री अन्न में स्वास्थ्य भी है और संभावनाएं भी

पीएम मोदी ने श्री सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट की आंध्र प्रदेश के 40 लाख विद्यार्थियों को श्री अन्न भोजन देने की पहल को सराहनीय बताया। उन्होंने इसे देश के अन्य राज्यों तक पहुंचाने की आग्रह भी किया। उन्होंने कहा कि श्री अन्न में स्वास्थ्य भी है और संभावनाएं भी हैं। हमारे ऐसे सभी प्रयास वैश्विक स्तर पर भारत के सामर्थ्य को बढ़ाएंगे और भारत की पहचान को मजबूती देंगे।