खुद को साबित करने का मौका, शुरू हो रहा है सबसे बड़ा खेल, टीम इंडिया तक पहुंचने की है सीढ़ी
नई दिल्ली. भारतीय घरेलू क्रिकेट का नया सत्र बुधवार को यहां दलीप ट्रॉफी के साथ शुरू होगा तो अनुभवी और युवा खिलाड़ियों को लाल गेंद के प्रारूप में अपनी काबिलियत साबित करने का मौका मिलेगा. टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में मध्य क्षेत्र की टीम अलूर में पूर्वी क्षेत्र के खिलाफ मैदान में उतरेगी जबकि उत्तर क्षेत्र एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में पूर्वोत्तर क्षेत्र की चुनौती का सामना करेगा. इन मुकाबलों के वितेजाओं को सेमीफाइनल में पश्चिम क्षेत्र और दक्षिण क्षेत्र से आमना-सामना होगा. पश्चिम क्षेत्र और दक्षिण क्षेत्र को पिछले सत्र के फाइनल में पहुंचने के कारण अंतिम चार चरण में सीधे प्रवेश करेंगे. बुधवार को मुकाबले में उतरने वाली टीमों का पहला लक्ष्य अंतिम चार में जगह पक्की करना होगा लेकिन अगले पखवाड़े में चयनकर्ताओं की नजरें कुछ नये नामों पर होगी क्योंकि भारतीय टीम अब बदलाव के दौर के गुजरेगी.
भारतीय टीम को आगामी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) में अधिक विकल्प की जरूरत होगी और दलीप ट्रॉफी खिलाड़ियों के साथ चयनकर्ताओं के लिए भी मौका होगा. भारतीय टीम के लिए डब्ल्यूटीसी का आगामी सत्र 12 जुलाई से वेस्टइंडीज दौरे के साथ शुरू हो रहा है. इस दौरान जिन खिलाड़ियों पर सबसे ज्यादा नजरें होंगी उसमें रिंकू सिंह का नाम शामिल है. इंडियन प्रीमियर लीग में अपने बल्ले से धाक जमाने वाले बायें हाथ के इस खिलाड़ी के प्रदर्शन को नये सत्र में लाल गेंद प्रारूप में देखना दिलचस्प होगा.
मध्य क्षेत्र की टीम में शामिल रिंकू ने पिछले सत्र में रणजी ट्रॉफी में सात मैचों में लगभग 62 के औसत से 442 रन बनाकर प्रभावित किया था. प्रथम श्रेणी में उनके करियर का रिकॉर्ड भी शानदार है. उन्होंने 40 मैचों में सात शतक और 19 अर्धशतक की मदद से 2875 रन बनाये है और इस दौरान उनका औसत 59.89 का रहा है. पूर्वी क्षेत्र का यह कप्तान अभिमन्यु ईश्वरन लंबे समय से भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाने की दहलीज पर है. उन्होंने भारत ए और बंगाल के लिए रनों का अंबार लगाया है.
प्रथम श्रेणी में 2013 में पदार्पण करने वाले इस बल्लेबाज के ना 87 मैचों में 6556 रन है. बड़े मैचों में नाकामी का दंश झेलने वाले इस बल्लेबाज के पास चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का एक और मौका होगा. गेंदबाजों में भी भारत के लिए कई दावेदार हैं. रणजी ट्रॉफी में बंगाल का प्रतिनिधित्व करने वाले 29 वर्षीय मुकेश कुमार पहले ही भारतीय टीम में जगह बना चुके है. वह उन खिलाड़ियों की सूची में शामिल है जो भविष्य में देश की तेज गेंदबाजी को आगे बढ़ा सकते है.