केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने ”सहकारिता के क्षेत्र में विश्व की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना“ के लिए एक अंतर-मंत्रालयी समिति (IMC) के गठन और सशक्तीकरण को अनुमोदन प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का आभार व्यक्त किया
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने ”सहकारिता के क्षेत्र में विश्व की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना“ के लिए एक अंतर-मंत्रालयी समिति (IMC) के गठन और सशक्तीकरण को अनुमोदन प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का आभार व्यक्त किया है।
अपने ट्वीट्स में श्री अमित शाह ने कहा कि आज कैबिनेट में ”सहकारिता के क्षेत्र में विश्व की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना“ के लिए एक अंतर-मंत्रालयी समिति (IMC) के गठन और सशक्तीकरण को अनुमोदन प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को हृदय से धन्यवाद करता हूँ।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि यह अत्यंत दूरदर्शी निर्णय है, जो एक समृद्ध, आत्मनिर्भर और खाद्यान्नों से संपन्न भारत की नींव रखेगा। कृषि भंडारण क्षमता की कमी से खाद्यान्नों की बर्बादी होती है और किसानों को मजबूरन अपनी फसलों को कम दाम पर बेचना पड़ता है। इस निर्णय से अब किसानों को आधुनिक अन्न भंडारण की सुविधा प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) के माध्यम से उनके ब्लॉक में मिलेगी, जिससे वे अपने अनाज का उचित मूल्य प्राप्त कर पाएँगे।
श्री अमित शाह ने कहा कि पैक्स ग्रामीण अर्थव्यवस्था की महत्त्वपूर्ण धुरी हैं। इस योजना से देश को खाद्यान्न सुरक्षा मिलेगी और सहकारिता से जुड़े करोड़ों किसानों को लाभ पहुँचेगा। इस योजना से पैक्स भंडारण के साथ-साथ कई अन्य कार्य, जैसे – फेयर प्राइस शॉप व कस्टम हायरिंग केन्द्रों की तरह भी काम कर पाएँगे।
इस ऐतिहासिक निर्णय से किसानों को निम्नलिखित लाभ प्राप्त होंगे :-
1. किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कुछ अग्रिम भुगतान प्राप्त कर अपनी फसल पैक्स को बेच सकते हैं, और पैक्स द्वारा बाजार में खाद्यान्नों की बिक्री के उपरांत शेष राशि प्राप्त कर सकते हैं, या
2. किसान अपनी फसल का भंडारण पैक्स द्वारा प्रबंधित गोदाम में कर सकते हैं और फसल के अगले चक्र के लिए वित्त सुविधा प्राप्त कर सकते हैं तथा अपनी फसल को अपनी इच्छानुसार समय पर बेच सकते हैं, या
3. किसान अपनी पूरी फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर पैक्स को बेच सकते हैं।