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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और PM मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे कंबोडिया के राजा

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और PM मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे कंबोडिया के राजा
  • PublishedMay 31, 2023

कंबोडिया नरेश का आज राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। कंबोडिया नरेश को आज सुबह राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्रियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का राजा से परिचय कराया।

कंबोडिया के राजा प्रेह बैट समदेच प्रेह बोरोमनीथ नोरोडोम सिहामोनी आज (मंगलवार) 30 मई 2023 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।

कंबोडिया नरेश का राष्ट्रपति भवन में किया गया औपचारिक स्वागत

कंबोडिया नरेश का आज राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। कंबोडिया नरेश को आज सुबह राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्रियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का राजा से परिचय कराया।

भारत की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर आए कंबोडिया नरेश

ज्ञात हो, कंबोडिया नरेश नोरोडोम सिहामोनी भारत की अपनी पहली तीन दिवसीय आधिकारिक राजकीय यात्रा पर कल नई दिल्ली पहुंचे थे। विदेश राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह ने उनका स्वागत किया।

आज उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से की मुलाकात

नोरोडोम सिहामोनी की आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने वाली द्विपक्षीय बैठक से पहले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से उनकी मुलाकात हुई।

इस संबंध में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने ट्वीट के जरिए जानकारी देते हुए कहा, कंबोडिया के राजा महामहिम नरेश नोरोडोम सिहामोनी से मुलाकात की और नवंबर 2022 में भारत-आसियान और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के लिए कंबोडिया की अपनी यात्रा के दौरान गर्मजोशी से स्वागत और अच्छी चर्चाओं को याद किया। इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों और आपसी हित के अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की।

वहीं, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ट्वीट कर कहा, कंबोडिया के राजा एचएम नोरोडोम सिहामोनी से मुलाकात करके सम्मानित महसूस कर रहा हूं। हमारे दोनों देश अपने राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, उनकी यात्रा हमारे बीच मजबूत सभ्यतागत बंधन की पुष्टि करती है। आज जो विरासत संरक्षण, खनन, जल संरक्षण और सामाजिक-आर्थिक परियोजनाओं में सहयोग में व्यक्त किया गया है।

लगभग छह दशकों के बाद हो रही ये यात्रा

गौरतलब हो, कंबोडिया के राजा की यह राजकीय यात्रा भारत और कंबोडिया के बीच 1952 में स्थापित राजनयिक संबंधों की 70 वीं वर्षगांठ के समारोह की परिणति का प्रतीक है। यह यात्रा लगभग छह दशकों के बाद हो रही है, जिसमें अंतिम यात्रा 1963 में वर्तमान राजा के पिता ने की थी।