पूर्व कोच ने चुनी WTC फाइनल के लिए प्लेइंग XI, 2 स्पिनरों पर दिया जोर, जानें ईशान या भरत में से किसे चुना?
नई दिल्ली. इंडियन प्रीमियर लीग भी कई बार भूलभूलैया सी बन जाती है. यहां दो टीमें एकसमान अंक लाकर भी प्लेऑफ में जगह नहीं बना पाती. रनरेट का पॉजीटिव-निगेटिव होना रोड़ा बन जाता है. इसी बार देख लीजिए, लीग राउंड के आखिरी मैच से पहले तक क्लियर नहीं था कि कौन-कौन सी टीमें प्लेऑफ खेलेंगी. यानी 69 मैच के बाद भी तस्वीर साफ नहीं.
दुनिया की सबसे बड़ी टी20 लीग में कोई टीम प्लेऑफ में एक मैच जीतकर फाइनल का टिकट कटा लेती है, लेकिन किसी को वही टिकट पाने के लिए दो मुकाबलों में एड़ी चोटी का पसीना एक करना होता है. यह भी आईपीएल में ही संभव है कि हारने के बावजूद खिताब पाने का टिकट साइड विंडो से मुहैया हो जाए, बशर्ते टीम ने मेहनत की हो. बुधवार को एलिमिनेटर मुकाबले में मुंबई इंडियंस और लखनऊ सुपर जायंट्स आमने-सामने होंगी. जो भी टीम इस मुकाबले को जीतेगी वह टूर्नामेंट में आगे नहीं बढ़ेगी बल्कि एग्जिट होने से बच जाएगी. इस मुकाबले की अहमियत आईपीएल से ‘किक आउट’ होने से बचने भर की है बस.
यही वजह है कि बीते मंगलवार को पहले क्वालीफॉयर मैच में धोनी की टीम के हाथों 15 रन से हारने के बावजूद हार्दिक पंड्या और गुजरात टाइटंस निराश होने के साथ ही उम्मीद से भरपूर हैं. वजह गुजरात अब भी आईपीएल से बाहर नहीं है बल्कि ठहर गई है. गुजरात के पास हार के बावजूद फाइनल तक जाने का एक चांस बरकरार है. वहीं, बुधवार को एलिमिनेटर मुकाबले में मुंबई या लखनऊ में जो जीतेगा वह चेन्नई सुपर किंग्स की तरह फाइनल में पहुंच जाने की खुशी पर डांस नहीं कर पाएगा.