प्रमुख खबरें

आई सी सी टी-20 महिला विश्‍व कप दस फरवरी से दक्षिण अफ्रीका में शुरू होगा

आई सी सी टी-20 महिला विश्‍व कप दस फरवरी से दक्षिण अफ्रीका में शुरू होगा
  • PublishedFebruary 9, 2023

प्रमुख विशेषताएं:

मुख्य समारोह में केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति और डोनर मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी; केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री पुरुषोत्तम रुपाला और गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र भाई पटेल उपस्थित रहे।
भारत ने पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए लगभग 1 अरब डॉलर (7,000 करोड़ रुपये) के व्यापक पर्यटन बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है: श्री जी.के. रेड्डी
मिशन मोड में पर्यटन क्षेत्र का डिजिटलीकरण सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय डिजिटल पर्यटन मिशन (एनडीटीएम) तैयार किया जा रहा है: श्री जी.के. रेड्डी

 

पर्यटन मंत्रालय की मेजबानी में जी20 के अंतर्गत पर्यटन कार्य समूह की प्रथम बैठक का उद्घाटन सत्र आज सुबह गुजरात में कच्छ के रण में आयोजित किया गया।

उद्घाटन सत्र को केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति और डोनर मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री पुरुषोत्तम रूपाला और गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र भाई पटेल के अलावा ट्रोकिया, ब्राजील और इंडोनेशिया के प्रतिनिधियों द्वारा संबोधित किया गया।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और डोनर मंत्री श्री जी.के. रेड्डी ने कहा कि कोविड से पर्यटन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित होने के बावजूद, भारत 2022 में विदेशी पर्यटकों के आगमन में भारी वृद्धि का साक्षी बना और 2022 के दौरान भारत में लगभग 6.19 मिलियन विदेशी पर्यटकों का आगमन हुआ। यह पिछले वर्ष की तुलना में विदेशी पर्यटकों के आगमन की संख्या में चार गुना वृद्धि है।

केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि पर्यटन मंत्रालय इस वर्ष को भारत की यात्रा पर ध्यान केंद्रित करते हुए “विजिट इंडिया ईयर 2023” के रूप में मना रहा है। मंत्री महोदय ने कहा कि भारत में पर्यटक आनंदमय आध्यात्मिक अनुभव; प्रचुर वन्य जीव संसाधनों और सुंदर प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ असीम सांस्कृतिक विरासत का अनुभव कर सकते हैं।

अधिक जानकारी देते हुए, श्री जी.के.रेड्डी ने कहा कि पिछले 8.5 वर्षों में, भारत ने पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए लगभग 1 बिलियन डॉलर (7,000 करोड़ रुपये) के व्यापक पर्यटन बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत ने युवाओं को कुशल बनाने के लिए लघु अवधि के आतिथ्य पाठ्यक्रम, कौशल परीक्षण और प्रमाणन, पूर्व शिक्षण की मान्यता, ऑनलाइन डिजिटल पाठ्यक्रमों सहित कई पहल की हैं। उन्होंने कहा कि भारत समूचे देश के विद्यालयों और महाविद्यालयों में युवा पर्यटन क्लबों के माध्यम से भारतीय पर्यटन के युवा राजदूतों का पोषण और विकास कर रहा है।

सुरक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सरकार भारत में यात्रा करने वाले पर्यटकों की सुरक्षा और बेहतरी सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है तथा पर्यटकों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए यूनिफार्म टूरिस्ट पुलिस को तैयार और कार्यान्वित कर रही है। श्री जी.के रेड्डी ने कहा कि भारत शीर्ष 20 स्रोत देशों के विदेश स्थित भारतीय मिशनों में नोडल अधिकारी नियुक्त कर रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मिशन मोड में पर्यटन क्षेत्र के डिजिटलीकरण को सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय डिजिटल पर्यटन मिशन (एनडीटीएम) तैयार किया जा रहा है और भारत ने पहचान के लिए आधार तथा रीयल-टाइम भुगतान के लिए यूपीआई जैसे बड़े पैमाने पर डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है।

केंद्रीय मंत्री श्री परषोत्तमरूपाला ने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता का विषय- “वसुधैव कुटुम्बकम”-मानव, पशु, पौधे और सूक्ष्मजीव- सभी के लिए जीवन का मूल्य और धरती पर उनकी परस्पर संबद्धता की पुष्टि करता है। जी20 में पर्यटन कार्यकारी समूह के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि इसका शुभारंभ सऊदी अरब की अध्यक्षता में 2020 में हुआ था और तब से इसने पर्यटन के लिए सदस्य देशों और हितधारकों को विचार-विमर्श एवं मार्गदर्शन करने के लिए स्थानीय और वैश्विक पर्यटन के भविष्यगत विकास के लिए कार्रवाई के पाठ्यक्रम पर एक विशेष मंच प्रदान किया है।

उन्होंने कहा कि भारत में पर्यटन क्षेत्र एक महत्वपूर्ण आर्थिक गुणक है और यह तेजी से महत्वपूर्ण होता जा रहा है क्योंकि देश तेजी से आर्थिक विकास और रोजगार सृजन के लिए प्रयासरत है।

केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि पर्यटन कार्य समूह ने पर्यटन के पारंपरिक परिप्रेक्ष्य को उत्तरदायी, सतत और समावेशी पर्यटन के रूप में बदल दिया है। पर्यटन कार्य समूह की स्थापना के बाद से विभिन्न प्रेसीडेंसी ने पर्यटन को सतत विकास लक्ष्यों 2030 को प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण साधन बनाने में योगदान दिया है।