27 अक्टूबर को बंद हो जाएंगे केदारनाथ और यमुनोत्री के कपाट
उत्तराखंड में केदारनाथ और यमुनोत्री के कपाट इस महीने की 27 तारीख को भाई दूज के दिन बंद कर दिए जाएंगे, जबकि गंगोत्री को इस महीने की 26 तारीख को गोवर्धन पूजा के दिन बंद किया जाएगा। बद्रीनाथ धाम के कपाट अगले महीने की 19 तारीख को सर्दियों के लिए बंद किए जाएंगे। मंदिर समिति ने आज विजयादशमी के अवसर पर यह घोषणा की।
शीतकाल शुरू होने से पहले चारधाम यात्रा का आखिरी पड़ाव आ गया है. उत्तराखंड में मौजूद केदारनाथ,बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए 27 अक्टूबर से बंद कर दिए जाएंगे. | चारों धाम में सबसे पहले गंगोत्री के कपाट बंद होंगे, जिसकी प्रक्रिया मंत्रोच्चार के बीच 26 अक्टूबर को पूरी की जाएगी. इसके बाद अन्य सभी धाम के कपाट बंद किए जाएंगे. इस दौरान परंपरागत मेले भी आयोजित किए जाएंगे, जिनकी तारीखें भी घोषित कर दी गई हैं. शीतकाल के दौरान चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन पोर्टल भी बंद कर दिया जाएगा, जो अगले साल अप्रैल-मई में यात्रा प्रारंभ होने से पहले दोबारा शुरू होगा. गौरतलब है कि 6 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा के दिन गंगोत्री धाम के कपाट दोपहर 12 बजकर 1 मिनट पर बंद कर दिए जाएंगे. इसके साथ ही मां गंगा की डोली मंत्रोच्चार के साथ शीतकालीन प्रवास के लिए मुखवा स्थित गंगा मंदिर के लिए रवाना कर दी जाएगी, जहां वो अगले साल दोबारा चार धाम यात्रा शुरू होने तक प्रवास करेंगी. गंगोत्री धाम से मुखवा तक की यात्रा के दौरान डोली को रात्रि प्रवास के लिए भैरवघाटी स्थित भैरव मंदिर में विश्राम कराया जाता है.