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उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने विश्व पर्यटन दिवस पर राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार प्रदान किए

उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने विश्व पर्यटन दिवस पर राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार प्रदान किए
  • PublishedSeptember 28, 2022

उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने विश्व पर्यटन दिवस, 2022 के अवसर पर पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आज पुरस्कार विजेताओं को राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार प्रदान किए। केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी और पर्यटन राज्य मंत्री श्री अजय भट्ट ने भी समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर पर्यटन मंत्रालय के सचिव श्री अरविन्द सिंह तथा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। 2018-19 में उद्योग की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए इस वर्ष कुल 81 पुरस्कार दिए गए। उपराष्ट्रपति ने इस अवसर पर इंडिया टूरिज्म स्टैटिस्टिक्स 2022, न्यू इनक्रेडिबल इंडिया ग्लोबल प्रोमोशनल फिल्म्स, और “गो बियॉन्ड: 75 एक्सपीरियंस ऑफ नॉर्थ इंडिया” ई-पुस्तक भी जारी की।

अपने मुख्य भाषण के दौरान उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने भारत को “पर्यटन के लिए स्वर्ग” के रूप में वर्णित किया और भारतीयों से अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थलों को देखने से पहले घरेलू पर्यटन स्थलों को देखने के लिए कहा। भारत के लंबे सभ्यतागत इतिहास और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जिक्र करते हुए उन्होंने रेखांकित किया कि देश के अधिकांश पर्यटन स्थलों का हमारे इतिहास, लोक कलाओं और प्राचीन ग्रंथों से गहरा संबंध है।

 

उपराष्ट्रपति ने पर्यटन को देश में आर्थिक विकास और रोजगार सृजन का एक प्रमुख वाहक बताया। पर्यटन के विविध आयामों का उल्लेख करते हुए, उपराष्ट्रपति ने चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में भारत की अपार संभावनाओं के साथ-साथ आयुर्वेद और योग जैसी चिकित्सा की हमारी प्राचीन परंपराओं में बढ़ती वैश्विक रुचि का पूरी तरह से लाभ उठाने की आवश्यकता पर बल दिया।

देश में पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए, श्री धनखड़ ने कहा कि पर्यटन के बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ देखो अपना देश और उत्सव पोर्टल जैसी नवीन पहल की गई है।

इस अवसर पर बोलते हुए पर्यटन मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में भारत का पर्यटन क्षेत्र रचनात्मक, जिम्मेदार और समावेशी विकास की ओर बढ़ रहा है। पर्यटन मंत्रालय पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए 360-डिग्री परिप्रेक्ष्य और समग्र दृष्टिकोण के साथ काम कर रहा है। पर्यटन मंत्रालय के साथ-साथ नागरिक उड्डयन मंत्रालय, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय और वाणिज्य मंत्रालय भी इस क्षेत्र के विकास के लिए काम कर रहे हैं, जिससे बेहतर तालमेल और समन्वय स्थापित करने में मदद मिलेगी जिससे स्थायी और विश्व स्तर के बुनियादी ढांचे का विकास हो सकेगा।

 

श्री रेड्डी ने आगे कहा कि “2023 में अपनी अध्यक्षता के दौरान भारत खुद को बड़े पर्यटन केंद्र के तौर पर स्थापित करने की कोशिश करेगा। अध्यक्षता के दौरान हम भारत को वैश्विक स्तर पर ऐसी जगह के तौर पर पेश करेंगे, ‘जहां जरूर घूमने जाना चाहिए’। सर्किट आधारित रेलों के लिए 3600 रेलवे डिब्बों का आवंटन किया गया है। रामायण और बुद्ध सर्किट के लिए ऐसी रेलें शुरू भी हो चुकी हैं। जबकि कृष्ण सर्किट के लिए एक रेल जल्दी शुरू होने वाली है। हमारा लक्ष्य भारत को दुनिया के लिए एक अहम घूमने की जगह बनाना है।” केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भारतीय पर्यटन के ब्रांड एंबेसडर के तौर पर काम कर रहे हैं।

पर्यटन राज्यमंत्री श्री अजय भट्ट ने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और कहा कि पर्यटन मंत्रालय ने विकास और खुशहाली के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहे नए भारत के लक्ष्य को ध्यान में रखकर राष्ट्रीय पर्यटन नीति 2022 बनाई है। इस नीति का लक्ष्य देश में पर्यटन का विकास, पर्यटन उद्योगों को सहायता देना, पर्यटन समर्थित कार्यक्रमों

को मजबूत करना और पर्यटन के उप क्षेत्रों का विकास करना है।

 

अपने स्वागत उद्बोधन में पर्यटन सचिव श्री अरविन्द सिंह ने कहा कि इस तरह के पुरस्कारों से पर्यटन और यात्रा क्षेत्र को बढ़ावा मिलता है। यह क्षेत्र दुनिया के सबसे बड़े आर्थिक क्षेत्रों में से है, जिससे दुनियाभर में खुशहाली बढ़ती है और निर्यात उत्पादित होता है। कोरोना के बाद भारतीय पर्यटन क्षेत्र आर्थिक विकास का एक अहम आधार बनकर उभरा है।a